विधानसभा में बिहार विनियोग विधेयक और स्वास्थ्य विभाग का प्रथम अनुपूरक बजट पारित

7/30/2021 10:57:56 AM

पटनाः बिहार विधानसभा में विपक्षी दल के सदस्यों के सदन से बहिर्गमन के बीच गुरुवार को 27050.1783 करोड़ रुपए का बिहार विनियोग विधेयक, 2021 और चालू वित्त वर्ष के लिए स्वास्थ्य विभाग का 3673 करोड़ 99 लाख 40 हजार रुपए का प्रथम अनुपूरक बजट पारित हो गया।

विधानसभा में गुरुवार को भोजनावकाश के बाद वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रथम अनुपूरक बजट में स्वास्थ्य विभाग की मांग पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय जब राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धि एवं कोरोना की पहली और दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए सरकार की ओर से किए गए प्रयासों को रेखांकित कर रहे थे तभी विपक्षी दल के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए।

पांडेय ने अपने जवाब में बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य विभाग के लिए 3673 करोड़ 99 लाख 40 हजार रुपये की अनुदान मांग में से 1442.31 करोड़ रुपए गैर योजना मद में और 2231.68 करोड़ रुपए योजना मद में प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार सतत् प्रयासरत है। पिछले लगभग सवा साल से कोविड-19 महामारी की चुनौतियों से सामना करते हुए बिहार ने जहां एक ओर कोरोना संक्रमित मरीजों की देखभाल एवं इलाज पेशेवर ढंग से किया। वहीं इसी क्रम में द्दष्टिगत हुई कुछ कमियों को दूर किया गया, जिसका परिणाम रहा कि विधान सभा निर्वाचन-2020, ईद, दशहरा, दीपावली, छठ महापर्व एवं होली त्योहार को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया गया।

मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अनवरत कार्य करते हुए राज्य के चिकित्सकों एवं प्रशासकों ने कोरोना से मृत्युदर को न्यूनतम रखने में सफलता पाई है। इस दौर में भी समय-समय पर उत्पन्न नई चुनौतियों जैसे आवश्यक दवाओं एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता सभी स्तरों से निरन्तर प्रयास कर सुनिश्चित कराया गया। उन्होंने कहा कि सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अंतर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-दो के अन्तर्गत गांव-गांव तक लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता के लिए हम संकल्पित हैं।

पांडेय ने कहा कि बिहार में उन्नत चिकित्सा संस्थान विकसित करने के उद्देश्य से अन्तररष्ट्रीय मानकों के अनुरूप देश का पहला तथा विश्व के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल का निर्माण पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (पीएमसीएच), पटना के पुनर्विकास योजना के रूप में कराया जा रहा है। 5540.07 करोड़ रुपए की योजना लागत से कुल 5462 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी है और प्रयास है कि इसे पांच वर्ष में पूर्ण करा दिया जाय। निर्माण होने के बाद संस्थान में एमबीबीएस सीट भी 200 से 250 एवं पीजी सीटों की संख्या 146 से बढ़कर 200 हो जाएगी। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 11 सुपर स्पेश्यालिटी विभागों के लिए आधुनिक उपकरणों एवं तकनीकों से लैस 211 बेड के नए भवन का निर्माण भी इस वर्ष पूर्ण कर लिया जाएगा।


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Content Writer

Ramanjot

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