बिहार में उद्योगों की वृद्धि, नए आवेदनों में बढ़ोतरी के संकेत
Tuesday, Sep 03, 2024-11:37 PM (IST)
Patna News: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) द्वारा राज्य में उद्योग स्थापित करने और संचालित करने के लिए सहमति प्राप्त करते के आवेदनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह वृद्धि बिहार में औद्योगिक विकास और निवेशकों के बढ़ते विश्वास का प्रतीक है। 2020 से 2024 तक, बीएसपीसीबी द्वारा प्राप्त किए गए फंसेंट टू एस्टैब्लिश (CTE) और कंसेंट टू ऑपरेट (CTO) आवेदनों की संख्या में निरंतर वृद्धि देखी गई है। 2020 में जहां कुल 3,578 आवेदन प्राप्त हुए थे, वहीं यह संख्या 2023 में बढ़कर 7,933 हो गई। विशेष रूप से, 2024 में, अगस्त तक ही 5,564 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जो उद्योगों में निरंतर रुचि और निवेश का प्रतीक है।
मुख्य बिंदुः
1. आवेदनों में लगातार वृद्धिः 2020 से 2023 तक कुल आवेदनों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है।
2. स्वीकृतियों में वृद्धिः स्वीकृत आवेदनों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, 2020 में 3,171
स्वीकृतियों प्राप्त हुई, जो 2023 में बढ़कर 6,695 हो गई, जो बोर्ड की कार्यकुशलता और उद्योगों को समर्थन की प्रतीक है।
3. निवेशक विश्वास में वृद्धिः सीटीई (CTE) और सीटीजो (CTO) आवेदनों में उल्लेखनीय वृद्धि बिहार के अनुकूल व्यापार वातावरण में निवेशकों और उद्यमियों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।
4. प्रसंस्करण क्षमता में सुधारः पिछले वर्षों में लंबित आवेदनों की संख्या कम रही है और 2024 में मौजूदा आवेदनों की शीघ्रता से निपटान के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी औद्योगिक परियोजनाओं को समय पर सहयोग मिले।
सीटी (CTE) और (CTO) आवेदनों में निरंतर वृद्धि एक स्पष्ट संकेत है कि बिहार निवेशकों के लिए कए आकर्षक गंतव्य बनता जा रहा है। राज्य सरकार की उद्योग अनुकूल नीतियाँ, बेहतर बुनियादी ढांचे और सरलीकृत नियमों ने निवेशकों का विश्वास जीता है। यह सकारात्मक रूझान न केवल बिहार की आद्योगिक प्रगति की ओर संकेत करता है, बल्कि राज्य की आर्थिक समृद्धि और विकास के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है। बिहार सरकार का लक्ष्य है कि औद्योगिक विकास के साथ ही पर्यावरण का संतुलन भी बना रहे।