Bihar AQI Today: बिहार का यह जिला दो दिन से रेड ज़ोन में, AQI खतरनाक स्तर पर

Tuesday, Dec 09, 2025-08:31 PM (IST)

Gopalganj Pollution News: बिहार के गोपालगंज जिले में इन दिनों मौसम और प्रदूषण दोनों ही लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। जहां पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाएं सर्दी में इजाफा कर रही हैं, वहीं हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। मंगलवार को भी जिले का कुल एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।

शहर में AQI 300 के पार, हवा खतरनाक श्रेणी में

सुबह 6 बजे पुलिस लाइन क्षेत्र का एक्यूआई 318 और हजियापुर का एक्यूआई 316 रिकॉर्ड किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, 300 के पार का AQI स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है, खासकर बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों के लिए।

ग्रामीण इलाकों में भी रेड जोन की स्थिति

केवल शहर ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी हवा की गुणवत्ता चिंताजनक है। राजेंद्र नगर का AQI 367 तक पहुंच गया, जो कि जिले में सबसे खराब है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों में खांसी, जुकाम, गले में जलन और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदूषण और ठंड का संयुक्त प्रभाव लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है।

हवा की धीमी गति से बढ़ रहा खतरा

सर्दी के दिनों में हवा की रफ्तार कम होने से प्रदूषक कण वायुमंडल में ऊपर नहीं उठ पाते और जमीन के पास जमा हो जाते हैं। इसके साथ सुबह-शाम होने वाली धुंध व हल्का कोहरा मिलकर प्रदूषण को और घना बना देते हैं।

वाहनों का धुआं, निर्माण कार्यों में उड़ने वाली धूल और कचरा जलाए जाने की घटनाएं भी प्रदूषण को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। इसके बावजूद कई लोग अब भी खुले में कचरा जलाते नजर आते हैं।

तापमान में गिरावट, रातें बनीं अधिक ठंडी

पूस महीने की शुरुआत के साथ ही मौसम में उतार-चढ़ाव बढ़ गया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 23.2°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.2°C कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 10.8°C रहा, जो औसत से 0.6°C कम है। दिन में हल्की धूप और शाम होते ही तेज ठंड ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। पछुआ हवाओं की रफ्तार 10.6 किमी प्रति घंटे तक रिकॉर्ड की गई।

मौसम विज्ञानियों का अनुमान – दो दिन और बढ़ेगी ठंड

मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एन. पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण मौसम में यह बदलाव देखा जा रहा है। उत्तर-पश्चिमी हवाएं अगले दो दिनों तक इसी तरह असर डालती रहेंगी। हवा में नमी 70% तक पहुंच चुकी है जिससे सुबह-शाम ठिठुरन और बढ़ने की आशंका है।


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Ramanjot

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