जीतन सहनी हत्याकांड: DGP आरएस भट्टी की टीम ने मुकेश सहनी के पिता की हत्या का किया खुलासा, मुख्य आरोपी काजिम अंसारी गिरफ्तार
Wednesday, Jul 17, 2024-11:27 PM (IST)
Darbhanga News: बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार जीतन सहनी की हत्या पैसे के लेन-देन को लेकर की गई थी। पुलिस ने दरभंगा जिले के धनश्यामपुर थाने के सुपौल बाजार से 40 वर्षीय काजिम अंसारी को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी काजिम अंसारी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
आरोपी ने सबक सिखाने की दी थी धमकी
बता दें कि पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी के नेतृत्व और निर्देश में गठित SIT, दक्ष पदाधिकारियों के नेतृत्व में गठित विशेष सुरक्षा दल (STF), वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु FSL टीम एवं जिला पुलिस दरभंगा के संयुक्त प्रयास से घटना का उद्भेदन किया गया। पुलिस मुख्यालय के अनुसार काजिम अंसारी कपड़े की दुकान चलाता था, जो पूंजी के अभाव में काफी दिनों से बंद थी। बेरोजगार काजिम ने जीतन सहनी से तीन किस्तों में 1.5 लाख का कर्ज लिया था। इसके लिए उसे अपनी जमीन 4% मासिक ब्याज दर पर गिरवी रखनी पड़ी थी। आरोपी ने बताया कि वह पैसे चुकाने में सक्षम नहीं था। इसी क्रम में 12 जुलाई को काजिम अंसारी और उसका एक साथी मो. सितारा उर्फ छेदी मृतक से ब्याज की रकम कम कर कर्ज चुकाने और जमीन वापस करने की बात करने गए थे, जिस पर दोनों पक्षों के बीच काफी कहासुनी हुई थी। इन दोनों लोगों ने तीखी बहस के बाद पीड़ित को सबक सिखाने की धमकी दी थी।
पीछे के दरवाजे से घर में घुसा था आरोपी
जिसके बाद काजिम अंसारी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मृतक जीतन सहनी से जबरन लोन के कागजात छीनने की योजना बनाई। घटना की रात काजिम ने रात 10 से 11 बजे के बीच मृतक के घर के सामने वाली गली में रेकी की, जो पास में लगे सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा है। इसके बाद रात करीब डेढ़ बजे काजिम और उसके साथी पिछले दरवाजे से घर में घुसे। दरवाजे में अंदर का ताला नहीं था। अंदर घुसने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाया और धमकाते हुए जमीन और लोन के कागजात मांगे। लेकिन, जीतन सहनी ने गाली-गलौज शुरू कर दी।
कागजात को नष्ट करने के लिए तालाब में फेंक दी अलमारी
इस पर काजिम गुस्से में आ गया और मृतक पर चाकू से हमला कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ-पैर पकड़ लिए। हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, लेकिन चाबी नहीं मिली। इस पर आरोपियों ने अलमारी को बंद अवस्था में ही पानी में फेंकने का फैसला किया, ताकि सारे कागजात गल कर नष्ट हो जाएं। सभी ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे एक छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से भाग गए।
आरोपी के कपड़े पर मिले खून के धब्बे
वहीं आरोपी काजिम अंसारी ने वारदात के वक्त जो कपड़े पहने थे, उन्हें उसके घर से जब्त कर लिया गया है। हालांकि कपड़े धुले हुए थे, लेकिन एफएसएल टीम को उन पर खून के निशान मिले हैं। एफएसएल जांच में काजिम के नाखूनों पर भी खून के निशान मिले हैं। काजिम अंसारी ने उसके साथियों के जो नाम बताए हैं, उन पर पुलिस जांच कर रही है।