मोदी की मांग- रमजान में छूट के तुगलकी फरमान से स्कूलों में पढ़ाई की अवधि हो गई आधी, आदेश हो वापस

3/29/2023 1:26:34 PM

 

पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने रमजान के महीने में केवल मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों एवं शिक्षकों को एक घंटे पहले ड्यूटी पर आने और जाने की छूट के पुराने आदेश को वापस लेने की मांग की। साथ ही कहा कि आदेश की मनमानी व्याख्या के कारण स्कूलों में पढ़ाई की अवधि आधी हो गई, जिससे छात्रों को नुकसान हो रहा है।

सुशील मोदी ने बयान जारी कर कहा कि रमजान के महीने में केवल मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों एवं शिक्षकों को एक घंटे पहले ड्यूटी पर आने-जाने की छूट के पुराने आदेश की मनमानी व्याख्या कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में सभी प्रारम्भिक स्कूलों में पढ़ाई की अवधि ही आधी कर दी गई जबकि इन स्कूलों में 90 फीसद छात्र हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की साम्प्रदायिक राजनीति के दबाव में नालंदा, किशनगंज समेत कुछ जिलों के शिक्षा पदाधिकारी तुगलकी फरमान जारी कर उसे बहुसंख्यक हिंदू छात्रों पर थोप रहे हैं। ऐसे आदेश को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।

वहीं भाजपा सांसद ने कहा कि वर्ष 2000 में राजद शासन के दौरान केवल मुस्लिम कर्मचारियों को रमजान के महीने में रियायत देने का विवादास्पद आदेश जारी हुआ था, लेकिन 10 साल में कभी लागू नहीं हुआ। मार्च 2023 में इसे दोबारा जारी कर धर्म-निरपेक्षता की धज्जी उड़ाई जा रही है और अल्पसंख्यकवाद को हवा दी जा रही है।

मोदी ने कहा कि नालंदा जिले में रमजान के पूरे महीने तक प्रारम्भिक विद्यालयों की सुबह की पाली का समय मात्र तीन घंटा (प्रात: 6.30-9.30) और दिवा पाली का समय मात्र चार घंटे (पूर्वाह्न 9- दोपहर 1.30) रहेगा, जबकि स्कूल में पढ़ाई की अवधि सामान्यत: 6-7 घंटे होती है। उन्होंने कहा कि किशनगंज में सभी सरकारी और निजी स्कूल रमजान के दौरान सुबह 8 बजे से अपराह्न 3 बजे तक खोलने का आदेश जारी किया गया और इसे निजी स्कूलों को भी मानना है।


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Nitika

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