CM नीतीश ने नव वर्ष 2021 की बिहार डायरी और कैलेंडर का किया लोकार्पण

1/2/2021 10:35:19 AM

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को नए वर्ष 2021 की बिहार डायरी और कैलेंडर का लोकार्पण किया। उन्होंने मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में बिहार सरकार के सूचना एवं जन-संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित डायरी व कैलेंडर का लोकार्पण कर राज्य की जनता को समर्पित किया।

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत काफी समृद्ध है। यह भूमि विभिन्न सभ्यताओं के पुष्पित एवं पल्लवित होने का साक्षी है। इससे लोगों को अवगत कराने के मकसद से इस वर्ष के कैलेंडर में बिहार के नव अन्वेषित पुरातात्विक स्थलों को दर्शाया गया है। कैलेंडर के प्रथम पृष्ठ पर बिहार के चार प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक तेल्हाड़ा विश्वविद्यालय, नालंदा का भी उल्लेख किया गया है, जिसका कालखंड पहली से 12वीं सदी की है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि कैलेंडर के अलग-अलग पृष्ठ पर छठी शताब्दी ईपू में निर्मित राजगीर का साइक्लोपियन वॉल, शेरशाह और राजा मानसिंह से जुड़ा रोहतासगढ़ (किला), 16वीं सदी में निर्मित रोहतास का शेरगढ़, मधुबनी का बलिराजगढ़, भारत में नदी घाटी से प्राप्त पहला नवपाषाण युगीन पुरास्थल चिरांद, सारण के विषय में जानकारी दी गई है।

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इसके अलावा वैशाली में गंगा नदी के तट पर स्थित महत्वपूर्ण पुरास्थल चेचर, गंगा घाटी में पहाड़ी पर स्थित पहला उत्खनित बौद्ध बिहार ‘लखीसराय का लाल पहाड़ी', गंगा और कर्मनाशा नदियों के संगम पर चौसा (बक्सर) में 12वीं एवं 13वीं सदी के पुरावशेषों को समेटे हुए ताम्रपाषाण युगीन पुरास्थल, वैशाली का विशालगढ़, भदरिया बांका एवं भागलपुर के गुवारीडीह में कोशी नदी के किनारे हाल ही में खोजा गया पुरास्थल का वर्णन किया गया है।


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