बिहारः सरस मेला में आगंतुकों को आकर्षित कर रहा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल
Friday, Dec 22, 2023-08:36 PM (IST)

पटना: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 15 दिसंबर से 29 दिसंबर 2023 तक चलने वाले सरस मेला, गांधी मैदान, पटना में विभागीय स्टॉल आगंतुकों को आकर्षित कर रहा है, जहाँ प्रदेश में हरित आवरण बढ़ाने हेतु पौधारोपण के प्रति जन जाग्रति व विभागीय दर पर पौधों का विक्रय, इको टूरिज्म के तहत बिहार की समृद्ध सिनरी और विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है| इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए भी विभिन्न तरीकों की भी जानकारी दी जा रही है|
इको फ्रेंडली पर्यटन स्थल करते हैं बिहार की प्राकृतिक खूबसूरती को समृद्ध
सरस मेला-2023 में विभाग के स्टॉल पर विशेष कर इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बिहार के उन सेनेटरी के बारे में बताया जा रहा है, जो बिहार के इको टूरिज्म साईट को समृद्ध करते हैं| इनमें राजगीर का घोड़ा कटोरा, ग्लास ब्रिज, वेणुवन, राजगीर जू सफारी, नेचर सफारी, सासाराम का शेरगढ़ फोर्ट, नालंदा विश्व विद्यालय, वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व, कैमूर का तुतला भवानी, मुंडेश्वरी देवी टेम्पल, दुर्गावती डैम, बराबर कैव्स, कराकट गढ़ वाटर फॉल, भीम बांध, गंगेटिक डॉल्फिन सेनेटरी, रानीगंज वृक्ष वाटिका, गुप्ता धाम, राजधानी जलाशय प्रमुख हैं, जिसके बारे में विस्तृत जानकरी दी जा रही है| ये रमणीय इको फ्रेंडली पर्यटन स्थल बिहार की प्राकृतिक खूबसूरती को समृद्ध करते हैं|
मेले में आने वाले आगंतुकों को पौधा रोपण के लिए प्रेरति किया जा रहा
इसके अलावा विभाग के स्टाल पर जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत प्रदेश के हरित आवरण को बढ़ाने के लिए मेले में आने वाले आगंतुकों को पौधा रोपण के लिए प्रेरति किया जा रहा है| इसके राजकीय पौधशाला से पौधे और अरण्यक के विभिन्न उत्पाद विभागीय दर पर क्रय कर सकते हैं, साथ ही पर्यावरण संरक्षण हेतु जन जागरूकता बढ़ाने को लेकर नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किया जा रहा है| अभी विगत सप्ताह में Cop28 के India Pavilion में Climate change के दुष्प्रभावों को कम करने के सम्बन्ध में बिहार राज्य की वृक्षारोपण गतिविधिय़ों को एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विगत दिनों अन्तरराष्ट्रीय पटल पर रखा गया. "जल जीवन हरियाली अभियान" के अंतर्गत वृहत स्तर पर किये गये वृक्षारोपण एवं नर्सरी विकास के कार्यों की वैश्विक स्तर पर भी सराहना भी हो चुकी है|