बिहार में अगली सरकार जन सुराज की ही बनेगी, प्रशांत किशोर का दावा
Monday, Jul 29, 2024-07:53 AM (IST)
पटनाः जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर ने दावा किया कि बिहार में अगली सरकार जन सुराज की ही बनेगी।
प्रशांत किशोर ने रविवार को पटना स्थित बापू सभागार में जन सुराज की राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि वे जन सुराज के न तो नेता थे और न आगे रहेंगे। वे गांव से सही लोगों को चुन रहे हैं और उसी सही लोगों के बीच से बिहार का नेता आप सभी कार्यकर्ताओं की सहमति से बनाया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि बिहार में 2029 नहीं 2025 में सरकार बनाएंगे और तब नए बिहार के निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। किशोर ने कहा कि यह अंतिम पीढ़ी है, जो मजदूरी करने दूसरे प्रदेशों में पलायन कर गए हैं। जन सुराज की सरकार बनते ही पलायन तो रोका ही जाएगा तथा दूसरे प्रदेशों में गए लोगों को भी यहां बुलाकर रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। जन सुराज पूरी तरह जनतांत्रिक व्यवस्था से अपने नेता का चुनाव करेंगे।
जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने बताया कि कार्यशाला में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि जन सुराज के अध्यक्ष की कार्यावधि एक वर्ष की होगी तथा बारी बारी से सभी वर्गों जिसमें दलित, मुस्लिम,अति पिछड़ा, पिछड़ा और सवर्ण जातियां शामिल हैं को प्रदेश का नेतृत्व सौंपा जाएगा। यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि समाज में सबसे पिछड़ा, अशिक्षित और कमजोर वर्ग दलित समाज है, इसलिए पहला प्रदेश अध्यक्ष दलित समाज से बनाया जाएगा।
वहीं पीके ने घोषणा करते हुए कहा कि आगामी दो अक्टूबर को एक करोड़ संस्थापक सदस्यों में से डेढ़ लाख संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में जन सुराज राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित होगा, जिसका नाम जन सुराज पार्टी होगा। आज़ की कार्यशाला में सात सदस्यीय चुनाव समिति की घोषणा की गई, जिसमें पूर्व वैज्ञानिक ई आर एन सिंह, पूर्व शिक्षक डॉ. भूपेंद्र यादव, अधिवक्ता गणेश राम, डॉक्टर मंज़र नसीम, पूर्व आइएएस अरविंद सिंह, पूर्व आईएएस सुरेश कुमार शर्मा एवं स्वर्णलता सहनी शामिल हैं।
इस अवसर पर 131 सदस्यीय संविधान समिति की भी घोषणा की गई, जो जन सुराज पार्टी के संविधान निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे। कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध शायर डॉक्टर शकील मोइन तथा अधिवक्ता गणेश राम ने किया।