बिहार: बिजली आपूर्ति को लेकर सरकार सख्त, अब हर आउटेज की होगी जवाबदेही
Friday, May 02, 2025-08:02 PM (IST)

पटना: तेज़ आंधी और बारिश के दौरान बिजली आपूर्ति बहाल रखने की रणनीति को लेकर विद्युत भवन, पटना में ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने एक उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बिजली आपूर्ति में लोड शेडिंग, पावर शॉर्टेज या तकनीकी खराबी की वजह से किसी भी प्रकार की बाधा बिल्कुल अस्वीकार्य है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव स्तर पर इसकी नियमित समीक्षा हो रही है और ऊर्जा विभाग को इस संबंध में कड़े निर्देश मिले हैं।
ऊर्जा सचिव ने फील्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि 11 केवी फीडर में एक घंटे से अधिक ब्रेकडाउन होता है, तो इसकी जानकारी तत्काल निदेशक (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) एवं मुख्य अभियंता (मुख्यालय) को दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि फीडर आउटेज रोकने के लिए नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए और किसी भी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर को बिना निगरानी न छोड़ा जाए। इसके अलावा ब्रेकडाउन स्थल पर कार्यपालक अभियन्ता एवं सहायक अभियंता उपस्थित रहेंगे। सभी 11 एवं 33 केवी फीडर की मॉनिटरिंग अधीक्षण अभियंता द्वारा की जाएगी।
उन्होंने विशेष रूप से कहा कि शाम के समय बिजली आपूर्ति की निरंतरता को प्राथमिकता दी जाए, ताकि उपभोक्ताओं को असुविधा न हो। साथ ही, उन्होंने उपभोक्ता सेवा की गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं के कॉल सम्मानपूर्वक और समय पर अटेंड किए जाएं। बिना पूर्व जानकारी के शटडाउन नहीं लिया जाए।
बैठक में पाल ने आपात स्थितियों से निपटने हेतु स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर पोल की व्यवस्था और स्टोरहाउस में आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। इसके आलावा सेक्शन ऑफिस में जरूरी सामान जैसे जंपर, तार, इंसुलेटर आदि पर्याप्त संख्या में रखने को कहा। साथ ही, उन्होंने एक इन-हाउस ऐप विकसित करने के निर्देश भी दिए, जिससे स्टॉक में उपलब्ध सामग्रियों को रियल-टाइम में देखा जा सके और फील्ड स्टाफ को अधिकृत रूप से सामग्री निर्गत की जा सके।
इस बैठक में एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ निलेश रामचंद्र देवरे, एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार, मुख्यालय के वरीय अधिकारीगण तथा फील्ड से अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे। फील्ड अधिकारियों ने भी अपनी व्यवहारिक चुनौतियों और सुझावों को बैठक में साझा किया।