क्या जमशेदपुर में तीसरी बार चुनाव जीत पाएंगे विद्युत बरण महतो, CM चंपई सोरेन की इस सीट पर है खास नजर

3/25/2024 12:47:21 PM

जमशेदपुर: जमशेदपुर को औद्योगिक नगरी कहा जाता है। लगातार 2 बार से इस सीट पर बिद्युत बरण महतो ने बीजेपी की टिकट पर लोकसभा जाने का सौभाग्य हासिल किया है। एक बार फिर बीजेपी ने महतो पर ही भरोसा जताया है। वहीं महागठबंधन भी इस बार अलग तेवर में चुनाव लड़ेगी क्योंकि यहां से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले चम्पई सोरेन अब झारखंड के मुख्यमंत्री हैं। झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक जमशेदपुर लोकसभा सीट भी है। साल 2000 तक जमशेदपुर भी बिहार का ही एक हिस्सा हुआ करता था। पूर्वी सिंहभूम जिले का यह क्षेत्र टाटानगर के नाम से भी जाना जाता है। इस औद्योगिक नगर की स्थापना पारसी व्यवसायी जमशेदजी नशरवान जी टाटा ने करवाई थी और उन्हीं के नाम से इस शहर को जाना जाता है। 1907 में टाटा आयरन ऐंड स्टील कंपनी यानि टिस्को की स्थापना से इस शहर की नींव पड़ी। खड़कई और स्वर्णरेखा नदियों से घिरे इस इलाके में प्रचुर मात्रा में खनिज पदार्थ मौजूद है। अब एक नजर यहां के राजनीतिक इतिहास पर डाल लेते हैं तो साल 1952 में देश के लिए हुए पहले लोकसभा चुनाव में यह सीट अस्तित्व में नहीं थी। इस सीट पर 1957 में सांसद चुनने के लिए पहली बार मतदान हुआ और कांग्रेस के मोहिन्दर कुमार घोष चुनाव जीते।

1962 में कम्युनिस्ट पार्टी के उदयकर मिश्रा यहां से चुनाव जीते। 1967 में कांग्रेस के एससी प्रसाद और 1971 में कांग्रेस के ही सरदार स्वर्ण सिंह सांसद चुने गए।1977 और 1980 में इस सीट से जनता पार्टी के रुद्र प्रताप सारंगी चुनाव जीते तो 1984 में कांग्रेस के गोपेश्वर सांसद चुने गए। 1989 और 1991 में इस सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के शैलेंद्र महतो चुनाव जीते। 1996 में पहली बार इस सीट पर कमल खिला और बीजेपी के नीतीश भारद्वाज चुनाव जीतने में कामयाब हुए। 1998 और 1999 में बीजेपी के टिकट पर आभा महतो चुनाव जीतीं। 2004 में यह सीट JMM के खाते में गई और सुनील महतो चुनाव जीते। 2007 में हुए उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर ही सुमन महतो चुनाव जीते। 2009 में इस सीट से बीजेपी के टिकट पर अर्जुन मुंडा सांसद बने। 2011 में हुए उपचुनाव में झारखंड विकास मोर्चा के अजय कुमार जीते। 2014 में बीजेपी के बिद्युत बरन महतो चुनाव जीतने में कामयाब हुए। 2019 में भी बीजेपी ने बिद्युत बरन महतो को ही मैदान में उतारा है। 2019 में बीजेपी कैंडिडेट बिद्युत बरन महतो ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। गौरतलब है कि जमशेदपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से पूर्वी सिंहभूम जिले की बहारागोरा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व और जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2019 के लोकसभा चुनाव में जमशेदपुर सीट पर बीजेपी कैंडिडेट बिद्युत बरन महतो ने जीत हासिल की थी। महतो ने 6 लाख 79 हजार 632 वोट हासिल किया था। वहीं जेएमएम कैंडिडेट चम्पई सोरेन ने 3 लाख 77 हजार 542 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। वहीं एआईटीसी के कैंडिडेट अंजना महाता ने 9 हजार 542 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के बिद्युत बरन महतो को 4 लाख 64 हजार 153 वोट मिले थे जबकि जेवीएम के अजय कुमार 3 लाख 64 हजार 277 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेएमएम के निरूप महंती 1 लाख 38 हजार 109 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

वहीं साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी के अर्जुन मुंडा ने 3 लाख 19 हजार 620 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया थातो वहीं JMM के सुमन महतो 1 लाख 99 हजार 957 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि JVM के अरविंद कुमार सिंह को 79 हजार 89 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

वहीं साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो JMM के सुनील कुमार महतो ने 3 लाख 96 हजार 56 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के आभा महतो 2 लाख 90 हजार 423 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी जबकि एसपी के ओमकार नाथ जायसवाल 17 हजार 409 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

जमशेदपुर लोकसभा सीट पर 25 मई को चुनाव होना है। इस बार भी जमशेदपुर से बीजेपी ने विद्युत बरण महतो को ही चुनावी मैदान में उतारा है। विद्युत वरण महतो तीसरी बार जमशेदपुर से अपनी किस्मत आजमाएंगे। ये देखना अहम होगा कि क्या इस बार भी महतो जनता का भरोसा जीत पाएंगे या नहीं। 

 
 

Content Editor

Khushi