क्या Dumka सीट को वापस जीत पाएगा सोरेन परिवार, 2019 में BJP कैंडिडेट सुनील सोरेन ने दी थी शिबू सोरेन को मात

3/28/2024 11:20:28 AM

दुमका: दुमका सीट को संथाल परगना की सबसे प्रतिष्ठित सीट मानी जाती है। वैसे तो इस इलाके को झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट सुनील सोरेन ने झामुमो कैंडिडेट शिबू सोरेन को हैरत अंगेज तरीके से मात दे दी थी। वहीं, बात करें 2024 के चुनाव की तो बीजेपी ने इस बार सीता सोरेन को टिकट दिया है। बता दें कि सीता सोरेन ने हाल ही में बीजेपी का दामन थामा था। झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में दुमका लोकसभा सीट का खास महत्व है। एक तरह से दुमका को संथाल परगना की राजधानी माना जाता है। हालांकि झारखंड साल 2000 में बिहार से अलग होकर राज्य बना तब तक दुमका भी बिहार का ही एक हिस्सा था। आजादी के बाद साल 1957 में पहली बार इस सीट पर हुए चुनाव में झारखंड पार्टी के देबी सोरेन चुनाव जीते थे। इसके बाद कांग्रेस के एससी बेसरा इस सीट से लगातार तीन बार यानी की साल 1962, 1967 और 1971में सांसद बने। 1977 में यह सीट जनता पार्टी के खाते में गई और बटेश्वर हेम्ब्रम चुनाव जीतने में कामयाब हुए।

1980 में हुए चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर शिबू सोरेन पहली बार सांसद चुने गए। हालांकि 1984 में यह सीट फिर से कांग्रेस के पास आ गई और पृथ्वी चंद किस्कू चुनाव जीतने में कामयाब रहे। साल 1989 में शिबू सोरेन ने एक बार फिर वापसी की और उसके बाद 1989, 1991 और 1996 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव जीतते रहे। 1998 में पहली बार इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा जमाया और बाबूलाल मरांडी चुनाव जीते। 1999 के चुनाव में भी बाबूलाल मरांडी ने ही बाजी मारी, लेकिन 2002 में इस सीट पर एक बार फिर से शिबू सोरेन ने कब्जा जमाया और उसके बाद 2004, 2009 और 2014 में भी जेएमएम का ही कब्जा रहा। यहां तक कि 2014 में मोदी लहर में भी इस सीट पर शिबू सोरेन का दबदबा कम नहीं हुआ और वे चुनाव जीतने में कामयाब रहे। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस सीट से शिबू सोरेन 7 बार सांसद चुने गए हैं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट सुनील सोरेन ने झामुमो कैंडिडेट शिबू सोरेन को शिकस्त दे दिया। इस बार बीजेपी ने सीता सोरेन को दुमका से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है। गौरतलब है कि दुमका लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें शिकारीपाड़ा (एसटी), जामताड़ा, दुमका (एसटी), नाला, सारठ और जामा (एसटी) आती हैं। अब आइए आपको बताते हैं कि किस जिले की कौन सी विधानसभा सीटें दुमका लोकसभा के अंतर्गत आती हैं।

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट सुनील सोरेन ने जीत हासिल की थी। सुनील सोरेन 4 लाख 84 हजार 923 वोट हासिल किया था। वहीं झामुमो कैंडिडेट शिबू सोरेन ने 4 लाख 37 हजार 333 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो निर्दलीय कैंडिडेट श्रीलाल किस्कू ने 16 हजार 562 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन को 3 लाख 35 हजार 815 वोट मिले थे जबकि बीजेपी के सुनील सोरेन 2 लाख 96 हजार 785 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम के बाबूलाल मरांडी 1 लाख 58 हजार 122 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन ने 2 लाख 08 हजार 518 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं बीजेपी के सुनील सोरेन 1 लाख 89 हजार 706 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि जेवीएम के रमेश हेंब्रम  को 64 हजार 528 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन ने 3 लाख 39 हजार 452 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के सोने लाल हेम्ब्रम 2 लाख 24 हजार 527 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीएसपी के बैजनाथ मांझी को 13 हजार 478 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

दुमका सीट पर एक जून को लोकसभा चुनाव होना है। बीजेपी ने दुमका सीट से सीता सोरेन पर भरोसा जताया है। क्या सीता सोरेन जीत का परचम लहरा पाएंगीं या नहीं इस पर पूरे झारखंड की नजर रहेगी।

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Khushi