West Champaran lok sabha seat: क्या जीत का चौका लगा पाएंगे जायसवाल, गांधी जी की कर्मभूमि में होगी कांग्रेस की अग्नि परीक्षा

4/4/2024 6:00:59 PM

West Champaran Lok Sabha Seat: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट है। हिमालय के तराई इलाके में बसा यह जिला जल और वन संपदा से परिपूर्ण है। बेतिया जिले का मुख्यालय भी इसी शहर में हैं, यहां का वाल्मीकि नगर देवी सीता की शरणस्थली होने से काफी पवित्र है। राजा जनक के समय यह तिरहुत प्रदेश का अंग था जो बाद में छठी सदी ईसा पूर्व में यह वैशाली साम्राज्य का हिस्सा बन गया। उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा से लगा यह क्षेत्र भारत के स्वाधीनता संग्राम के दौरान काफी सक्रिय रहा है।



महात्मा गांधी ने यहीं से अंग्रेजों के खिलाफ नील आंदोलन से सत्याग्रह की शुरुआत की थी। पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट के इतिहास को देखें तो साल 2002 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में यह लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया और 2009 में इस सीट पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के डॉक्टर संजय जायसवाल सांसद चुने गए। वहीं 2014 में भी यह सीट भारतीय जनता पार्टी के पास ही रही और डॉ. संजय जायसवाल सांसद बने तो 2019 के लोकसभा चुनाव में भी यहां से संजय जायसवाल को ही जीत मिली थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर संजय जायसवाल पर ही भरोसा किया है...

पश्चिमी चंपारण लोकसभा के तहत आती हैं विधानसभा की 6 सीटें  



पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं जिनमें से पश्चिमी चंपारण जिले की नौतन, चनपटिया और बेतिया विधानसभा और पूर्वी चंपारण जिले की रक्सौल, सुगौली और नरकटिया विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट डॉक्टर संजय जायसवाल ने पश्चिमी चंपारण सीट पर जीत हासिल की थी। जायसवाल ने 6 लाख तीन हजार 706 वोट हासिल किए थे। वहीं बीएलएसपी कैंडिडेट ब्रजेश कुमार कुशवाहा 3 लाख 9 हजार 800 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो 45 हजार 699 वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था। 

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के डॉक्टर संजय जायसवाल ने 3 लाख 71 हजार 232 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था।  वहीं जेडीयू के प्रकाश झा 2 लाख 60 हजार 978 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि RJD के रघुनाथ झा को 1 लाख 21 हजार 800 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे 



साल 2009 की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी के डॉ. संजय जायसवाल ने 1 लाख 98 हजार 781 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं LJP के प्रकाश झा 1 लाख 51 हजार 438 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि कांग्रेस के अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव को 70 हजार 1 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

महात्मा गांधी की सत्याग्रह की भूमि रही है यह सीट 
25 मई को पश्चिमी चंपारण सीट पर लोकसभा चुनाव होना है, यहां से एक बार फिर बीजेपी ने संजय जायसवाल पर ही भरोसा जताया है तो महागठबंधन में ये सीट कांग्रेस के खाते में गई है। यानी कांग्रेस इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। चंपारण सीट महात्मा गांधी की सत्याग्रह की भूमि रही है। इसलिए यह सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की सीट है। अब देखना होगा कि इस बार पश्चिमी चंपारण की जनता किस उम्मीदवार को अपना आशीर्वाद देगी। 

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Ramanjot