Nawada Lok Sabha Seat: क्या नवादा में हवा का रुख मोड़ पाएंगे RJD कैंडिडेट श्रवण कुशवाहा, यहां भूमिहार और यादव जाति का है दबदबा

3/29/2024 1:42:07 PM

नवादा: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक नवादा लोकसभा सीट है। साल 1957 में लोकसभा सीट बनने के बाद यहां हुए चुनाव में कांग्रेस की सत्यभामा देवी पहली सांसद बनीं। इस सीट पर अभी तक 15 बार लोकसभा के चुनाव हुए हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा 5 बार कांग्रेस को जीत मिली है। जबकि 4 बार बीजेपी, दो बार सीपीएम, 2 बार RJD, एक बार BLD और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है। 

नवादा के अंतर्गत आती हैं विधानसभा की 6 सीटें 



नवादा लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं, जिनमें बरबीघा, रजौली, हिसुआ, नवादा, गोबिंदपुर और वारसलीगंज शामिल हैं। 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



2019 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी कैंडिडेट चंदन सिंह ने जीत हासिल की थी। चंदन सिंह ने 4 लाख 95 हजार 684 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी की कैंडिडेट विभा देवी ने 3 लाख 47 हजार 612 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो 35 हजार 147 वोट लाकर नोटा तीसरे नंबर पर रहा था।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के गिरिराज सिंह ने 3 लाख 90 हजार 248 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं RJD के राजबल्लभ प्रसाद 2 लाख 50 हजार 91 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि JDU के कौशल यादव को 1 लाख 68 हजार 217 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे 



साल 2009 में की बात करें तो बीजेपी के भोला सिंह ने 1 लाख 30 हजार 608 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं LJP की वीणा देवी 95 हजार 691 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी। जबकि निर्दलीय राजबल्लभ प्रसाद को 78 हजार 543 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव 2004 के नतीजे 



साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो RJD के वीरचंद्र पासवान ने 4 लाख 89 हजार 992 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं बीजेपी के संजय पासवान 4 लाख 33 हजार 986 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि निर्दलीय बनबारी राम को 52 हजार 384 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

आरजेडी ने श्रवण कुशवाहा को दिया टिकट 
नवादा लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को चुनाव होना है। नवादा सीट से आरजेडी ने श्रवण कुशवाहा को टिकट दिया है। नवादा लोकसभा सीट लंबे समय तक जातीय हिंसा और नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है। प्रत्येक चुनाव में विकास के मुद्दे पीछे छूट जाते हैं और कास्ट फैक्टर हावी हो जाता है। भूमिहार और यादव बहुल इस क्षेत्र में राजनीति की धूरी इन दो जातियों के इर्द-गिर्द घूमती रही है। 



मुस्लिम वोटर भी जीत-हार के बड़े फैक्टर 
हालांकि कुशवाहा और वैश्य समाज के अलावा मुस्लिम वोटर भी जीत-हार के बड़े फैक्टर है। यादव और मुस्लिम आरजेडी के परंपरागत वोटर माने जाते हैं। इसलिए आरजेडी ने इस बार कुशवाहा जाति के श्रवण कुशवाहा को लोकसभा का टिकट दिया है। यानि लालू यादव ने कुशवाहा वोटर को साधने का दांव चला है। अगर ये दांव सफल रहा तो एनडीए को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। 

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Ramanjot