Saran Lok Sabha Seat: क्या हैट्रिक लगा पाएंगे राजीव प्रताप रूडी, इस बार रूडी को कड़ी टक्कर दे रही है RJD

4/4/2024 1:19:28 PM

Saran Lok Sabha Seat: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक सारण लोकसभा सीट है। आपको बता दें कि साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद यह लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया था। इससे पहले यह छपरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हुआ करता था। सारण लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद पहली बार साल 2009 में चुनाव हुआ। 2009 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव ने इस सीट से चुनाव लड़ते हुए करीब 52 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। 



वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में राबड़ी देवी इस सीट से चुनाव लड़ीं लेकिन लालू यादव की परंपरागत सीट को वो नहीं बचा सकीं। राबड़ी देवी को भारतीय जनता पार्टी के राजीव प्रताप रूडी के हाथों करीब 41 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। 2019 के लोकसभा चुनाव में सारण सीट से राजीव प्रताप रूडी को जीत मिली थी। इस बार भी बीजेपी ने राजीव प्रताप रूडी पर दी भरोसा किया है। 

सारण लोकसभा के तहत आती हैं विधानसभा की 6 सीटें  



गौरतलब है कि सारण लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं जिनमें सारण जिले की मढ़ौरा, छपरा, गरखा, अमनौर, परसा और सोनपुर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट राजीव प्रताप रूडी ने जीत हासिल की थी। रूडी ने 4 लाख 99 हजार 986 वोट हासिल किए थे। वहीं आरजेडी कैंडिडेट चंद्रिका राय 3 लाख 61 हजार 575 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो बीएसपी कैंडिडेट शिवजी राम 15 हजार 283 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी ने 3 लाख 55 हजार 120 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट राबड़ी देवी 3 लाख 14 हजार 172 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी। जबकि जेडीयू के सलीम परवेज को 1 लाख 7 हजार 8 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे 



साल 2009 की बात करें तो आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 2 लाख 74 हजार 209 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी 2 लाख 22 हजार 394 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीएसपी के सलीम परवेज को 40 हजार 27 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

सारण संसदीय क्षेत्र में वैश्यों और मुस्लिमों का निर्णायक वोट 
सारण लोकसभा सीट पर 20 मई को लोकसभा चुनाव होना है। राजपूत और यादव बहुल सारण संसदीय क्षेत्र में निर्णायक वोट वैश्यों और मुस्लिमों का माना जाता है। एम-वाई यानी मुस्लिम और यादव समीकरण बनाकर लालू प्रसाद इस सीट से कई बार सांसद रहे हैं जबकि राजपूत और वैश्यों की गोलबंदी से बीजेपी के रूडी 2014 और 2019 में सांसद बन चुके हैं। चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि सारण में अति पिछड़ों और भूमिहार वोटरों की भी भूमिका अहम मानी जा रही है। इस बार भी यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और आरजेडी के बीच ही होगा। ये देखना अहम होगा कि क्या इस बार रूडी जीत की हैट्रिक लगा पाएंगे या नहीं। 

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Ramanjot