East Champaran Lok Sabha Seat: क्या इस बार भी चलेगा राधामोहन सिंह का जादू, इस सीट पर 15 बार सवर्ण नेता रह चुके हैं सांसद

4/9/2024 2:49:24 PM

East Champaran Lok Sabha Seat: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट है। पूर्वी चंपारण लोकसभा पहले मोतिहारी के नाम से जाना जाता था। दरअसल साल 1971 में चंपारण को दो भागों में बांटा गया। पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण का मुख्यालय मोतिहारी है। आपको बता दें कि महात्मा गांधी का चंपारण सत्याग्रह भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास की अमूल्य धरोहर है और इसकी शुरुआत चंपारण से ही हुई थी। 



स्वाधीनता संग्राम के समय चंपारण के ही स्वतंत्रता सेनानी राजकुमार शुक्ल के बुलाने पर महात्मा गांधी 1917 में मोतिहारी आए थे। यह सीट अपने आप में कई कहानियों को समेटे हुए है। पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह पांचवीं बार सांसद हैं। हालांकि पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट के रूप में साल 2008 में हुए परिसीमण के बाद अस्तित्व में आई और साल 2009 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राधामोहन सिंह यहां से सांसद चुने गए। इससे पहले राधामोहन सिंह 3 बार मोतिहारी सीट से सांसद रह चुके थे। साल 2014 में भी इस सीट पर बीजेपी के राधामोहन सिंह ही सांसद बने। 2019 में भी भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट राधामोहन सिंह ने ही जीत हासिल की है। 2024 में भी बीजेपी ने पूर्वी चंपारण से राधामोहन सिंह पर ही भरोसा जताया है। 

पूर्वी चंपारण लोकसभा के तहत आती हैं विधानसभा की 6 सीटें 



गौरतलब है कि पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से पूर्वी चंपारण जिले की हरसिद्धी, गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर, पिपरा और मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी चंपारण में बीजेपी कैंडिडेट राधामोहन सिंह ने जीत हासिल की थी। राधामोहन सिंह ने 5 लाख 77 हजार 787 वोट हासिल किया था। वहीं बीएलएसपी कैंडिडेट आकाश कुमार सिंह 2 लाख 84 हजार 139 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था तो 22 हजार 706 वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा। 

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के राधा मोहन सिंह ने 4 लाख 452 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था। वहीं आरजेडी के बिनोद कुमार श्रीवास्तव 2 लाख 8 हजार 289 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे बकि जेडीयू के अवनीश कुमार सिंह को 1 लाख 28 हजार 604 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे 



साल 2009 की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी के राधा मोहन सिंह ने 2 लाख 1 हजार 114 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं आरजेडी के अखिलेश प्रसाद सिंह 1 लाख 21 हजार 824 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि कांग्रेस के अरविंद कुमार गुप्ता को 68 हजार 323 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

इस सीट पर करीब ढाई लाख वोट भूमिहारों का
25 मई को पूर्वी चंपारण में लोकसभा चुनाव होना है। बीजेपी ने इस बार भी राधामोहन सिंह पर ही भरोसा जताया है। वहीं महागठबंधन की तरफ से इस बार पूर्वी चंपारण में आरजेडी कैंडिडेट चुनाव लड़ेगी। 1952 से लेकर 2019 तक 17 बार लोकसभा चुनाव हुए। इसमें 15 बार सवर्ण जाति के नेता पूर्वी चंपारण से सांसद बने। इसमें राजपूत जाति के नेता सात और ब्राह्मण उम्मीदवार पांच बार चुनाव जीतने में सफल रहे। वहीं, भूमिहार जाति के तीन उम्मीदवार पूर्वी चंपारण से सांसद बनने में सफल रहे। पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट पर भूमिहार, राजपूत, यादव, मुस्लिम, कुशवाहा और वैश्य वोट चुनावी जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इस सीट पर करीब ढाई लाख वोट भूमिहारों का है। राजपूतों का वोट लगभग एक लाख पैंसठ हजार है जबकि चार लाख के करीब वैश्य मतदाता भी हैं। वहीं कुशवाहा का वोट करीब सवा दो लाख है तो यादव और मुस्लिम मतदाता भी यहां बड़ी तादाद में हैं। 


 

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Ramanjot