काराकाट लोकसभा सीट पर क्या चलेगा उपेंद्र कुशवाहा का जादू, भाकपा माले ने राजाराम सिंह पर खेला दांव

4/8/2024 12:13:04 PM

रोहतासः बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक काराकाट लोकसभा सीट है। यह सीट रोहतास जिले के अंतर्गत आती है। यह पूरा इलाका चावल उत्पादन के लिए जाना जाता है। लगभग 400 राइस मिलें इस क्षेत्र में हैं। यहां से कुछ ही दूरी पर शेरशाह सूरी का किला भी है। कभी यह क्षेत्र उद्योग का केंद्र हुआ करता था लेकिन नक्सली हिंसा ने इसकी कमर तोड़ दी, जिसकी वजह से अब यह जिला वित्तीय रूप से काफी पिछड़ गया है।



2008 में हुए परिसीन के बाद काराकाट संसदीय क्षेत्र अस्तित्व में आया। इसके पहले यह बिक्रमगंज लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। 2009 में इस सीट पर हुए चुनाव में जदयू के महाबली सिंह पहले सांसद चुने गए। इसके बाद 2014 के चुनाव में एनडीए के घटक रहे रालोसपा अध्‍यक्ष उपेंद्र कुशवाहा सांसद चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर जेडीयू कैंडिडेट महाबली सिंह ने जीत हासिल की थी लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में यह सीट उपेंद्र कुशवाहा के खाते में चली गई है। काराकाट लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें रोहतास जिले की नोखा, डिहरी और काराकाट विधनसभा और औरंगाबाद जिले की गोह, ओबरा और नबीनगर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।


एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट महाबली सिंह ने जीत हासिल की थी। महाबली सिंह को 3 लाख 98 हजार 408 वोट मिले थे। वहीं बीएलएसपी कैंडिडेट उपेंद्र कुशवाहा ने 3 लाख 13 हजार 866 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था तो सीपीआईएमएल एल कैंडिडेट राजाराम सिंह 24 हजार 932 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी यानि RLSP के उपेंद्र कुशवाहा ने 3 लाख 38 हजार 892 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं RJD के कांति सिंह 2 लाख 33 हजार 651 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि JDU के महाबली सिंह को 76 हजार 709 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे


साल 2009 की बात करें तो JDU के महाबली सिंह ने 1 लाख 96 हजार 946 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी तो वहीं RJD के कांति सिंह 1 लाख 76 हजार 463 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह को 71 हजार 57 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 1 जून को काराट लोकसभा चुनाव होना है। काराकाट लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा किस्मत आजमा रहे हैं।

वहीं भाकपा माले ने यहां से राजाराम सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। काराकाट लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक यादव जाति के मतदाता हैं। यहां यादव वोटर्स 3 लाख से अधिक हैं। साथ ही कुशवाहा और कुर्मी जाति के वोटर्स लगभग ढाई लाख हैं। यहां मुस्लिम वोटर्स करीब डेढ़ लाख हैं, जो कि हर चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। साथ ही राजपूत वोटर्स 2 लाख के करीब हैं। वैश्य मतदाता भी लगभग 2 लाख हैं और ब्राह्मण समाज के 75 हजार वोटर्स हैं। इसके अलावा भूमिहार समाज के 50 हजार के करीब मतदाता हैं। इस सीट की खास बात ये है कि बीजेपी ने अपने उम्मीदवार कभी खड़े नहीं किए। उसके गठबंधन के सहयोगी दलों के उम्मीदवार ही इस सीट पर चुनाव लड़ते आए हैं।

Content Writer

Nitika