Jamui lok sabha seat: क्या इस बार फिर चलेगा चिराग पासवान का सिक्का,आरजेडी और एलजेपी (R) में होगा कड़ा मुकाबला

3/28/2024 10:35:50 AM

जमुई: बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक जमुई लोकसभा सीट है। यह सीट पहली बार साल 1962 में अस्तित्व में आई थी और लगातार दो बार इस सीट पर कांग्रेस को जीत मिली। हालांकि 1971 में हुए चुनाव में यह सीट सीपीआई के खाते में चली गई और भोला मांझी यहां से चुनाव जीत गए। 1971 के बाद हुए परिसीमन में इस सीट को ही खत्म कर दिया गया लेकिन 2008 में एक बार फिर से यह सीट अस्तित्व में आई और 2009 के चुनाव में जेडीयू के भूदेव चौधरी इस सीट से सांसद चुने गए। 



2014 में बीजेपी की सहयोगी पार्टी एलजेपी इस सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रही और रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान सांसद बने। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भी चिराग पासवान ने ही जमुई से जीत हासिल की थी।



जमुई लोकसभा सीट तीन जिलों जमुई, मुंगेर और शेखपुरा में फैली हुई है। इस सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं जिनमें तारापुर, शेखपुरा, सिकंदरा, जमुई, झाझा और चकई शामिल हैं। इनमें से 4 विधानसभा सीटें जमुई, एक मुंगेर और एक शेखपुरा जिले में आती हैं। 



2019 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी कैंडिडेट चिराग पासवान ने जीत हासिल की थी। चिराग पासवान ने 5 लाख 29 हजार 134 वोट हासिल किया था। वहीं बीएलएसपी कैंडिडेट भूदेव चौधरी ने 2 लाख 88 हजार 85 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो नोटा ने 39 हजार 496 वोट के साथ तीसरा नंबर हासिल किया।



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर एलजेपी के चिराग पासवान ने 2 लाख 85 हजार 354 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं RJD के सुधांशु शेखर भास्कर 1 लाख 99 हजार 407 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। जबकि जेडीयू के उदय नारायण चौधरी को 1 लाख 98 हजार 599 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।



साल 2009 में की बात करें तो जेडीयू के भूदेव चौधरी ने 1 लाख 78 हजार 560 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी तो वहीं आरजेडी के श्याम रजक 1 लाख 48 हजार 763 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहीं थी। जबकि कांग्रेस के अशोक चौधरी को 71 हजार 267 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। 

जमुई अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। यहां 19 अप्रैल को मतदान होना है। जमुई से आरजेडी ने अर्चना रविदास को मैदान में उतारा है। वहीं एनडीए भी इस बार कैंडिडेट बदल सकती है क्योंकि चिराग पासवान के इस बार हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। अगर चिराग पासवान हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे तो जमुई से कोई दूसरा कैंडिडेट ही मैदान में उतारा जाएगा। खैर देखना होगा कि इस बार जमुई की जनता किस नेता को अपना आशीर्वाद देगी। 

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Ramanjot