क्या हजारीबाग पर कब्जा कायम रख पाएगी BJP, 2024 के चुनाव में मनीष जायसवाल खिला पाएंगे कमल

3/25/2024 12:18:00 PM

हजारीबाग: हजारीबाग सीट पर लगातार तीन लोकसभा चुनाव बीजेपी ने जीता है, लेकिन इस बार जांचे परखे कैंडिडेट जयंत सिन्हा ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। इसलिए बीजेपी ने मनीष जायसवाल पर दांव खेला है। यहां से महागठबंधन का उम्मीदवार मनीष जायसवाल को हराने की पूरी कोशिश करेगा, लेकिन सफलता उसे ही मिलेगी जिसे जनता का समर्थन हासिल होगा। झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक हजारीबाग लोकसभा सीट है। साल 2000 तक हजारीबाग भी बिहार का ही एक हिस्सा हुआ करता था। पहली बार इस सीट पर साल 1957 में हुए चुनाव में छोटानागपुर संथाल परगना जनता पार्टी की ललिता राज्य लक्ष्मी सांसद चुनी गईं। 1962 में इस सीट पर स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर बसंत नारायण सिंह चुनाव जीते। 1967 में भी निर्दलीय बसंत नारायण सिंह ही चुनाव जीतने में कामयाब रहे। हालांकि 1968 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस के मोहन सिंह ओबराय सांसद चुने गए। 1971 में भी इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का ही कब्जा रहा और दामोदर पांडेय सांसद चुने गए।

आपातकाल के बाद सन 1977 में हुए चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस की हार हुई और जनता पार्टी के टिकट पर बसंत नारायण सिंह सांसद बने। इसके बाद 1980 में भी यह सीट जनता पार्टी के बसंत नारायण सिंह के पास ही रही। 1984 में कांग्रेस ने एक बार फिर से वापसी की और दामोदर पांडेय सांसद चुने गए। इस सीट पर 1989 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली और यदुनाथ पांडेय संसद पहुंचे। 1991 में यह सीट CPI के खाते में गई और भुवनेश्वर प्रसाद मेहता सांसद बनने में कामयाब रहे। 1996 से लेकर 1999 तक हुए तीन आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली, जिसमें 1996 में महावीर लाल विश्वकर्मा और दो बार लगातार यानी 1998 और 1999 में यशवंत सिन्हा को जीत मिली जबकि 2004 में CPI के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता को जीत मिली। वहीं 2009 में यशवंत सिन्हा एक बार फिर से सांसद बने तो 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा को टिकट दिया और वे सांसद चुने गए। 2019 में भी बीजेपी कैंडिडेट के तौर पर जयंत सिन्हा ने ही लोकसभा का चुनाव जीता था। गौरतलब है कि हजारीबाग लोकसभा सीट के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से हजारीबाग जिले की बरही, बड़कागांव, हजारीबाग और रामगढ़ जिले की रामगढ़ और मांडू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2019 के लोकसभा चुनाव में हजारीबाग सीट से बीजेपी कैंडिडेट जयंत सिन्हा ने जीत का परचम लहराया था। जयंत सिन्हा को 7 लाख 28 हजार 798 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट गोपाल प्रसाद साहू ने 2 लाख 49 हजार 250 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था तो सीपीआई कैंडिडेट भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने 32 हजार 109 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।


 
एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के जयंत सिन्हा को 4 लाख 6 हजार 931 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह 2 लाख 47 हजार 803 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं AJSU के लोकनाथ महतो 1 लाख 56 हजार 186 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।



एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी के यशवंत सिन्हा ने 2 लाख 19 हजार 810 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह 1 लाख 79 हजार 646 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि AJSU के चंद्र प्रकाश चौधरी को 86 हजार 880 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।



एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो CPI के भुवनेश्वर प्रसाद महतो ने 3 लाख 56 हजार 58 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के यशवंत सिन्हा 2 लाख 50 हजार 730 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी को 36 हजार 710 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

हजारीबाग सीट पर 20 मई को लोकसभा चुनाव होना है। वहीं इस बार जयंत सिन्हा ने लोकसभा चुनाव लड़ने से असमर्थता जाहिर कर दी। इसलिए हजारीबाग सीट से बीजेपी ने मनीष जयसवाल को टिकट दिया है। देखना है कि नए कैंडिडेट के तौर पर 2024 में मनीष जयसवाल कैसा प्रदर्शन कर पाएंगे।

 


 

Content Editor

Khushi