पति के इलाज के लिए 26 दिन तक भटकती रही पत्नी, छेड़छाड़ का हुई शिकार लेकिन फिर भी नहीं बची जान

5/10/2021 10:31:14 PM

 

पटनाः कोरोना महामारी के बीच बिहार से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसे पढ़कर आप भी हैरान हो जाएंगे। यहां पर एक पत्नी अपने पति को कोरोना से बचाने के लिए 26 दिनों तक अस्पतालों के चक्कर काटती रही लेकिन इसके बावजूद भी वह अपने पति की जान नहीं बचा पाई।

रुचि ने बताया कि उसके पति की जान कोरोना से नहीं बल्कि अस्पतालों की अव्यवस्था और ऑक्सीजन की कमी के चलते गई है। इतना ही नहीं इस दौरान रुचि के साथ छेड़छाड़ भी हुई।

दरअसल, रुचि अपने पति रौशन के साथ होली में परिवार वालों से मिलने दिल्ली से भागलपुर आई थी। 9 अप्रैल को पति को सर्दी बुखार हुआ। इसके बाद उसने पति को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया।

रुचि देखभाल के लिए किसी तरह वहां मौजूद रहती थी। इसी बीच अस्पताल के एक कर्मचारी ज्योति कुमार ने उसके साथ छेड़खानी की, जिसे बीमार पति ने भी देखा. लेकिन लाचार पति कुछ न कर सका।

वहीं डॉक्टरों द्वारा ठीक से देखभाल न करने की वजह से रुचि ने अपने पति को मायागंज अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां के हालात और बुरे थे। रुचि 26 दिन तक अपने पति के लिए अस्पताल की अव्यवस्था से लड़ती रही लेकिन फिर भी अपने पति को बचा न सकी।

इतना ही नहीं पटना के निजी अस्पताल ने अपने यहां भर्ती मरीजों के लिए ही ब्लैक में ऑक्सीजन बेचा और रुचि ने अपने पति को बचाने के लिए खरीदा भी, लेकिन वह फिर भी अपने पति को बचा नहीं पाई।

रुचि का आरोप है कि रौशन की मौत कोरोना से नहीं बल्कि अस्पताल की कुव्यवस्था और ऑक्सीजन खत्म होने के डर की वजह से हुई है। 

 

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Nitika