"बिहार में आयुर्वेद व होम्योपैथी पद्धति से भी होगा इलाज", स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- 121 करोड़ की लागत से हो रहा विशेष अस्पतालों का निर्माण
Saturday, Nov 16, 2024-11:18 AM (IST)
पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Mangal Pandey) ने कहा कि राज्य में आयुर्वेद एवं होम्योपैथ पद्धति के माध्यम से भी लोगों का बेहतर इलाज किया जाएगा। पांडे ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में राज्य में लोगों को बेहतर इलाज प्रदान करने के उद्देश्य से ऐलोपैथ, होम्योपैथ और आयुर्वेद पद्धतियों के लिए विशेष कॉलेज और अस्पतालों का निर्माण किया जा रहा है।
जून 2026 तक पूरा होगा निर्माण कार्य
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में बहुआयामी सुधार की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए मुजफ्फरपुर में राजकीय राय बहादुर टुनकी साह (आर.बी.टी.एस.) होम्योपैथिक चिकित्सा कॉलेज एवं अस्पताल के नए भवन का निर्माण लगभग 5.5 एकड़ कैम्पस में 121.01 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है, जो जून 2026 तक पूर्ण हो जाएगा। मंगल पांडे ने कहा कि आरबीटीएस कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर में 120 की नामांकन क्षमता रहेगी, जिसमें 134 बेड का अस्पताल एवं 336 बेड का छात्रावास एवं आवासीय भवनों का निर्माण हो रहा है। नए भवनों में शैक्षणिक ब्लॉक, अस्पताल ब्लॉक, छात्रावास और आवासीय ब्लॉक रहेंगे। परिसर में आधुनिक मेडिकल उपकरण, विद्युत सब स्टेशन, सौर प्रणाली, सीसीटीवी आदि आधुनिक सुविधाएं भी लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में कई नए मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों की स्थापना एक-एक कर की जा रही है।
राज्य के लोगों को मिलेगी बेहतर इलाज की सुविधा
पांडे ने कहा कि निर्माणधीन नए मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण से मेडिकल छात्रों को लाभ मिल रहा है। साथ-साथ राज्य के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी और बिहार स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए मुकाम हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का संतुलित विकास कर रही है, ताकि राज्य के हर नागरिक को उसकी पसंद और आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके। ऐलोपैथिक चिकित्सा के साथ-साथ होम्योपैथ और आयुर्वेद चिकित्सा संस्थानों की स्थापना राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेगी। राज्य में ऐलोपैथ, होम्योपैथ और आयुर्वेद के क्षेत्र में हो रहे ये निर्माण कार्य न केवल मरीजों को बल्कि भावी डॉक्टरों को भी अत्याधुनिक और संतुलित चिकित्सा प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।