पुरुलिया की 9 सीटों पर TMC-BJP में छिड़ा महासंग्राम, 2016 की सफलता को दोहराने में लगी TMC

3/27/2021 10:05:40 AM

पश्चिम बंगालः पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 27 मार्च को विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। पहले चरण के कुल 30 विधानसभा सीट पर टीएमसी और बीजेपी में सीधी टक्कर चल रही है। पहले चरण में पश्चिम बंगाल के 5 जिलों की 30 सीटों पर चुनाव में तृणमूल और बीजेपी के कैंडिडेट में बेहद कड़ा मुकाबला चल रहा है। पहले चरण में पुरुलिया की सभी 9 सीटों पर मतदान चल रहा है।

वहीं इसके अलावा बांकुरा की 4 सीट और झारग्राम की सभी 4 सीटों पर भी वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर की 6 सीटों और पूर्वी मेदिनीपुर की 7 सीटों पर भी मतदान जारी है। पुरुलिया जिले की 9 सीटों में से चार सीटें एससी और एसटी समाज के लिए आरक्षित हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पुरुलिया की कुल 9 सीटों में से 7 पर जीत दर्ज की थी। वहीं जिले की दो सीटें कांग्रेस पार्टी की झोली में भी आई थी। नौ विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट पर महिला उम्मीदवार जीत दर्ज कर पाईं थी।

तृणमूल कांग्रेस की संध्या रानी टुडू ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित मानबाजार सीट पर जीत दर्ज की थी। अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित कुल 4 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने कब्जा कर लिया था। वहीं पुरुलिया में सुदीप कुमार मुखर्जी और बाघमुंडी में नेपाल महता ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। वहीं तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले शांतिराम महतो ने बलरामपुर और मेपाल महता ने बाघमुंडी से जीत हासिल की थी। पूर्ण चंद्र बाउरी ने रघुनाथपुर और राजीव लोचन सोरेन ने बांदवान से जीत हासिल की थी। शक्तिपद महतो ने जॉयपुर, स्वपन कुमार बेलथरिया ने काशीपुर और उमापद बाउरी ने पारा सीट पर जीत दर्ज की थी।

पिछले विधानसभा चुनाव में भले ही टीएमसी और कांग्रेस को पुरुलिया जिले की 9 सीट पर जीत मिली थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पुरुलिया लोकसभा सीट के सारे सियासी समीकरण को उलट पलट कर रख दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में पुरुलिया की नौ विधानसभा में से बीजेपी ने आठ विधानसभा सीटों पर तृणमूल से बढ़त हासिल कर ली थी। वहीं तृणमूल कांग्रेस को 2019 के लोकसभा चुनाव में पुरूलिया की केवल एक विधानसभा सीट पर बढ़त मिल पाई थी। इसलिए 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता दीदी की ये कोशिश है कि वह 2016 के विधानसभा चुनाव के ही पुराने प्रदर्शन को दुहराएं।

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Ramanjot