Koo की मुहिम को देशभर से मिला समर्थन, नेताओं ने ली प्लास्टिक का तिरंगा प्रयोग न करने की शपथ

8/14/2021 1:04:21 PM

नई दिल्ली/पटनाः प्लास्टिक तिरंगा बंद करने के लिए देश भर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्लास्टिक तिरंगे को लेकर Koo App पर चल रही मुहिम को देश भर से जोरदार समर्थन मिल रहा है। कई मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, बड़े नेता, खिलाड़ी और सेलेब्रिटीज ने Koo App पर प्लास्टिक का तिरंगा प्रयोग न करने की शपथ ली। जनता से भी कपड़े और कागज के तिरंगे इस्तेमाल करने की अपील की। Koo App की इस मुहिम का ऐसा असर हुआ कि #SayNoToPlasticTiranga और #PledgeOnKoo हैशटैग पूरे दिन स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट Koo पर ट्रेंड करते रहे।

लोजपा नेता चिराग पासवान ने ली शपथ
प्रकृति को स्वच्छ बनाए रखने और अपने तिरंगे की शान को बढ़ाने के लिए शुरू की गई इस मुहिम को लोजपा नेता चिराग पासवान का समर्थन मिला है। उन्होंने लिखा, “प्लास्टिक का तिरंगा केवल हमारे पर्यावरण के लिए ही नहीं बल्कि हमारे देश की शान हमारे तिरंगे के लिए भी अपमानजनक है। तो आइए इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम सभी मिलकर शपथ ले कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हम केवल कपड़े या फिर कागज के ही तिरंगे का इस्तेमाल करेंगे।”

इस मुहिम में हिस्सा लेते हुए योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “ देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता का प्रतीक हमारा राष्ट्रध्वज सभी भारतवासियों का गौरव है। आइए, हम सभी तिरंगे के सम्मान, पर्यावरण की रक्षा तथा राष्ट्र हित में प्लास्टिक के तिरंगे का प्रयोग कभी न करने की शपथ लें।
जय हिंद-जय भारत! 

जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा कि प्लास्टिक का तिरंगा पर्यावरण के लिए हानिकारक है और हमारे तिरंगे के लिए भी अपमानजनक है। इस स्वतंत्रता दिवस पर आप और हम शपथ लेते हैं कि हम कपड़े या कागज के तिरंगे का ही इस्तेमाल करेंगे।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने लिखा कि प्लास्टिक का तिरंगा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इस स्वतंत्रता दिवस पर मैं शपथ लेता हूं कि प्लास्टिक के तिरंगे का इस्तेमाल नहीं करूंगा, साथ ही साथियों से भी अनुरोध करूंगा कि वो भी प्लास्टिक के तिरंगे से दूरी बनाकर पर्यावरण की रक्षा करें।

केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी इस मुहिम में हिस्सा लिया और लिखा, “प्लास्टिक के अंधाधुंध इस्तेमाल ने बीते कुछ सालों में हमारी नदियों और देश को प्रदूषित किया है. इसलिए, इस स्वतंत्रता दिवस पर मेरा अनुरोध है कि आप मेरे साथ मिलकर शपथ लें कि प्लास्टिक के तिरंगे झंडे का इस्तेमाल नहीं करेंगे और तिरंगे की शान बढ़ाएंगे। जय हिंद.”

देश भर के बड़े नेताओं और मुख्यमंत्रियों से मिला समर्थन
इस मुहिम को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंंत्री जयराम ठाकुर, पूर्वोत्तर राज्यों से असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, राजस्थान के पर्यावरण मंत्री और कांग्रेस नेता सुखराम बिश्नोई सहित सेलिब्रिटीज और कई भारतीय खिलाड़ी भी इस मुहिम से जुड़े हैं।

सेलिब्रिटीज और कई भारतीय खिलाड़ी भी इस मुहिम से जुड़े
ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने और भारत को इस बार टोक्यो ओलंपिक्स में रजत पदक दिलाने वाले रवि कुमार, भारत को 2008 में ओलिंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले *अभिनव बिंद्रा* और इस साल देश को टोक्यो ओलंपिक्स में फ्रीस्टाइल रेसलिंग में कांस्य पदक जीतने वाले *दीपक पुनिया* के अलावा फिल्म जगत से भी कई सितारों ने Koo App की इस मुहिम में हिस्सा लिया और शपथ ली कि वो प्लास्टिक के तिरंगे का प्रयोग नहीं करेंगे साथ ही दूसरों से भी उन्होंने प्लास्टिक तिरंगा का इस्तेमाल ना करने की अपील की।

क्यों प्लास्टिक तिरंगे को कहें ना?
हर साल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर कई समारोह के दौरान लोग प्लास्टिक के तिरंगे का इस्तेमाल करते हैं, लोग अपने बच्चों को भी प्लास्टिक के तिरंगे दे देते हैं। समारोह के बाद इन तिरंगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है और जाने अनजाने में लोग तिरंगे का अपमान कर बैठते हैं। प्लास्टिक के तिरंगे का विघटन भी मुश्किल होता है जो हमारे पर्यावरण के लिए काफी हानिकारक है इसलिए प्लास्टिक के तिरंगे का प्रयोग ना कर के हम पर्यावरण को तो बचाते ही हैं साथ में तिरंगे की शान को भी बढ़ाते हैं।

गृह मंत्रालय ने भी दिए निर्देश
गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र में कहा है कि प्‍लास्टिक से बने तिरंगों को ठीक से डिस्‍पोज करना एक समस्‍या है। राष्‍ट्रीय ध्‍वज को लेकर केंद्र सरकार ने कहा है कि प्‍लास्टिक के तिरंगे प्रयोग ना किए जाएं। राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों पर कागज के बने तिरंगे की जगह कई बार प्लास्टिक से बने तिरंगे का प्रयोग किया जाता है। गृह मंत्रालय की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऐसे आयोजनों पर केवल कागज के बने तिरंगे का उपयोग होना चाहिए।

Koo App पर क्यों शुरू हुई मुहिम?
Koo ऐप भारत में निर्मित स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट है जो अपने देश और तिरंगे को शान को लेकर हमेशा एक कदम आगे बढ़ कर सोचता रहा है। Our MITTI Foundation के साथ इस मुहिम को चलाने का सबसे पहला कारण यही था कि Koo App की पूरी टीम अपने तिरंगे की आन-बान-शान को हमेशा बनाए रखने और बढ़ाते रहने पर भरोसा करती है और साथ ही पर्यावरण को लेकर जो जिम्मेदारी हर नागरिक और संस्था को निभानी चाहिए उसे भी निभाने की पूरी कोशिश करती है।


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Content Writer

Nitika

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