Sahara India: सहारा इंडिया को लेकर बड़ी खबर, सहारा समूह के निदेशक ओ पी श्रीवास्तव को रिमांड पर लेकर पूछताछ !
Sunday, Nov 23, 2025-06:39 PM (IST)
Sahara India: ईडी ने सहारा समूह के निदेशक ओ पी श्रीवास्तव को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, निवेशकों की रकम से सहारा समूह ने कई शहरों में जमीन खरीदी थी,,, बाद में कंपनी की मुसीबतें बढ़ने पर इन जमीनों को चुपचाप बेचा जाने लगा। कई सौदों में ओपो श्रीवास्तव की भूमिका बताई जाती है। कहा जा रहा है कि, सुब्रत राय के निधन के बाद सहारा समूह के स्वामित्व वाली जमीनों को बेचने के लिए उनके करीबी परिजनों और ओपी श्रीवास्तव के बीच अनबन भी शुरू हो गई थी।
सहारा समूह के कई ठिकानों पर छापा
बता दें कि, ओपी श्रीवास्तव को निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने के मामलों में कई राज्यों की पुलिस तलाश रही थी। जिसके बाद अब ईडी ने सहारा समूह के उप प्रबंध निदेशक ओ पी श्रीवास्तव को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। हमारा इंडिया क्रेडिट सोसाइटी मामले की जांच कर रही ईडी ने बीते वर्ष लखनऊ, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई समेत सहारा समूह के कई ठिकानों पर छापा मारकर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के सबूत जुटाए थे। मामले को लेकर ओपी श्रीवास्तव को लगातार तलब किया जा रहा था। तीन माह पूर्व ईडी की टीम ने उनके महानगर स्थित आवास पर छापा भी मारा था। कंपनी की मुसीबतें बढ़ने पर इन जमीनों को चुपचाप बेचा जाने लगा। इसमें लखनऊ स्थित सहारा की जमीन भी शामिल थी, जिसे जितेंद्र प्रसाद वर्मा ने रियल एस्टेट कंपनी पिनटेल ग्रुप को बेच दिया। वहीं आईआईएम रोड स्थित सहारा सिटी होम्स के अधूरे प्रोजेक्ट को भी अमरावती ग्रुप के हवाले कर दिया गया। जांच में खुलासा हुआ कि, पिनटेल ग्रुप ने शेल कंपनियां जमीनों को खरीदा था। इन सभी सौदों में ओपो श्रीवास्तव की भूमिका बताई जाती है। कई अहम सौदों में उनके दस्तखत होने की वजह से मामले में सहारा समूह के कई अन्य पदाधिकारियों को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में ईडी ने सहारा ग्रुप की जमीनों की खरीद-फरोख्त कराने वाले मुंबई निवासी जितेंद्र प्रसाद वर्मा और निदेशक अनिल अब्राहम को गिरफ्तार किया था।
परिजनों और ओपी श्रीवास्तव के बीच अनबन
कहा जाता है कि, सुब्रत राय के निधन के बाद सहारा समूह के स्वामित्व वाली जमीनों को बेचने के लिए उनके करीबी परिजनों और ओपी श्रीवास्तव के बीच अनबन भी शुरू हो गई थी। सहारा प्रमुख सुब्रत राय के निधन के बाद समूह के संचालकों के बीच कलह बढ़ रही थी। हालांकि ओपी श्रीवास्तव ने एक बड़े एफएमसीजी समूह के साथ मिलकर अलग कारोबार शुरू कर दिया था और सहारा की कंपनियों से पल्ला झाड़ लिया था। ओपी श्रीवास्तव की हैसियत सहारा में दूसरे नंबर पर आंकी जाती थी। श्रीवास्तव समेत कंपनी के तमाम निदेशकों के खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज होने के साथ गिरफ्तारी के वारंट भी जारी हुए थे। सहारा इंडिया समूह के उप प्रबंध निदेशक ओपी श्रीवास्तव को ईडी की कोलकाता यूनिट द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी है। इस बीच केंद्र सरकार ने वित्तीय संकट से जूझ रही सहारा इंडिया कमर्शियल कारपोरेशन लिमिटेड की याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए और समय मांगा है।
सहारा और अडानी आमने-सामने
गौरतलब है कि, सहारा ग्रुप अपनी आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए अपनी बेशकीमती संपत्तियां अडानी ग्रुप को बेचना चाहता है। इसके लिए SICCL ने महाराष्ट्र में एंबी वैली और लखनऊ में सहारा शहर सहित 88 संपत्तियों को 12,000 करोड़ रुपये में बेचने के लिये सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मांगी थी। कहा जा रहा है कि, सहारा की प्रॉपर्टी डील हजारों करोड़ रुपये की है। इसमें देश के दो बड़े कॉर्पोरेट नाम सहारा और अडानी आमने-सामने हैं,,, बता दें कि, सहारा में लाखों लोगों ने अपनी जमा पूंजी लगाई थी, लेकिन उन्हें अभी तक उनका पैसा वापिस नहीं मिला है। वहीं SC ने भी 6 हफ्तों के लिए सुनवाई को टाल दिया है, जिससे निवेशकों में रोष बढ़ रहा है।

