Rajnagar Assembly Seat: राजनगर विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/19/2020 2:56:40 PM

झंझारपुरः बिहार का राजनगर विधानसभा सीट (Rajnagar Assembly Seat) झंझारपुर लोकसभा के तहत आता है। राजनगर सीट वर्तमान में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1967 में राजनगर में हुए चुनाव में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट आर महतो ने चुनाव में जीत हासिल की थी।

1969 और 1972 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में राजनगर सीट से कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट बिलट पासवान ने लगातार दो बार जीत हासिल की थी। वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में राजनगर सीट से आरजेडी (RJD) कैंडिडेट रामलखन राम रमण ने सभी विरोधियों को करारी शिकस्त दे दी थी। 2014 में राजनगर सीट पर हुए उप चुनाव में आरजेडी (RJD) कैंडिडेट रामवतार पासवान ने जीत हासिल की थी। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में राजनगर से बीजेपी (BJP) की टिकट पर रामप्रीत पासवान ने जीत हासिल की थी।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में राजनगर सीट से बीजेपी (BJP) के टिकट पर रामप्रीत पासवान ने जीत हासिल की थी। रामप्रीत पासवान ने चुनाव में 71 हजार 614 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट रामवतार पासवान को 65 हजार 372 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामप्रीत पासवान ने रामवतार पासवान को 6 हजार 242 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं नोटा तीसरे नंबर पर रही थी। राजनगर की जनता ने 3 हजार 447 वोट नोटा पर गिराया था।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में राजनगर सीट से आरजेडी (RJD) की टिकट पर रामलखन राम रमन ने जीत हासिल की थी। रामलखन राम रमन ने चुनाव में 40 हजार 584 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट रामप्रीत पासवान ने 38 हजार 125 वोट हासिल किया था। इस तरह से रामलखन राम रमन ने रामप्रीत पासवान को 2 हजार 459 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट राम इकबाल पासवान, 13 हजार 367 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में यहां महागठबंधन और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।

Diksha kanojia