Parsa Assembly Seat: परसा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/27/2020 1:14:04 PM

 

सारणः बिहार का परसा विधानसभा सीट (Parsa Assembly Seat) सारण लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही परसा सीट अस्तित्व में आ गया था। 1951 में परसा सीट पर कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट दारोगा प्रसाद राय ने जीत हासिल की थी। पहली बार 1951 में विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) जीतने के बाद से परसा सीट दारोगा प्रसाद राय ने एकतरह से यहां अपना वर्चस्व कायम कर दिया था।

1957,1962,1967,1969 और 1972 के चुनाव में एक के बाद एक कर दारोगा प्रसाद राय ने लगातार 5 बार जीत का परचम लहरा दिया था। वहीं 1977 में जनता पार्टी के कैंडिडेट रामानंद प्रसाद राय ने दारोगा प्रसाद राय के वर्चस्व पर यहां ब्रेक लगा दिया, लेकिन 1980 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में परसा सीट से एक बार फिर दारोगा प्रसाद राय ने कांग्रेस (Congress) की टिकट पर जीत हासिल कर लिया था। वहीं 1985 में दारोगा प्रसाद राय के बेटे चंद्रिका राय ने परसा सीट पर कांग्रेस (Congress) के कैंडिडेट के तौर पर जीत हासिल कर ली थी। 1990 के चुनाव में चंद्रिका राय ने परसा से निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर विरोधियों को मात दे दिया था। 1995 में हुए चुनाव में परसा सीट से जनता दल के टिकट पर चंद्रिका राय ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था।

वहीं 2000 और 2005 के फरवरी महीने में हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में परसा सीट पर आरजेडी (RJD) के टिकट पर चंद्रिका राय ने जीत हासिल की थी, लेकिन 2005 के अक्टूबर महीने में हुए चुनाव में जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट छोटे लाल राय ने चंद्रिका राय को वर्चस्व को तोड़ दिया था। वहीं 2010 के चुनाव में भी परसा सीट पर जेडीयू (JDU) कैंडिडेट छोटेलाल राय ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 2015 में बदले सियासी समीकरण में चंद्रिका राय ने एक बार फिर आरजेडी (RJD) की टिकट पर परसा में जीत का परचम लहरा दिया था। 2020 में चंद्रिका राय जो कि रिश्ते में लालू प्रसाद यादव के समधी लगते हैं उन्होंने बेटी के साथ हुए गलत व्यवहार की वजह से सियासी रास्ता बदल लिया। इस बार बदले सियासी और पारिवारिक समीकरण की वजह से चंद्रिका राय, जेडीयू (JDU) की टिकट से परसा में चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उन्हें शिकस्त देने के लिए लालू परिवार ने भी पूरी ताकत लगा रखी है।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में आरजेडी (RJD) के कैंडिडेट चंद्रिका राय ने जीत हासिल की थी। चंद्रिका राय ने चुनाव में 77 हजार 211 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट छोटेलाल राय को 34 हजार 876 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से चंद्रिका राय ने छोटेलाल राय को 42 हजार 335 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं 6 हजार 30 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में परसा सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट छोटेलाल राय ने जीत हासिल की थी। छोटेलाल राय ने चुनाव में 44 हजार 828 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट चंद्रिका राय ने 40 हजार 139 वोट हासिल किया था। इस तरह से छोटेलाल राय ने चंद्रिका राय को 4 हजार 689 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट रितेश कुमार रौशन, 4 हजार 619 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में परसा सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट छोटेलाल राय ने जीत हासिल की थी। छोटेलाल राय ने चुनाव में 41 हजार 284 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट चंद्रिका राय ने 30 हजार 911 वोट हासिल किया था। इस तरह से छोटेलाल राय ने चंद्रिका राय को 10 हजार 373 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट रामनाथ विद्यार्थी, 5 हजार 387 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan sabha chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।

Nitika