Parbatta Assembly Seat: परबत्ता विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/18/2020 12:45:20 PM

 

खगड़ियाः बिहार का परबत्ता विधानसभा सीट (Parbatta Assembly Seat) खगड़िया लोकसभा के तहत आता है। 1951 में परबत्ता सीट अस्तित्व में आई थी। 1951 में परबत्ता सीट से सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट कुमार त्रिवेणी कुमार ने जीत हासिल की थी।

1952 में इस सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट कुमार त्रिवेणी कुमार ने विरोधियों को मात दे दी थी। वहीं 1957 और 1962 के चुनाव में परबत्ता सीट से कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट लक्ष्मी देवी ने आम जनता का भरोसा जीतने में कामयाबी हासिल की थी। 1964 के उपचुनाव में परबत्ता सीट से कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट एस सी मिश्रा ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं 1967 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर सतीश प्रसाद सिंह ने जीत हासिल किया था। वहीं कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट ने 1969 में जगदंब प्रसाद मंडल ने चुनाव में जीत हासिल किया था। 1972 में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट शिवाकांत मिश्रा ने परबत्ता सीट से विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) जीत लिया था।

वहीं 1977 में निर्दलीय कैंडिडेट नईम अख्तर ने परबता में सभी विरोधियों को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की थी। 1980 और 1985 में परबत्ता सीट से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर रामचंद्रा मिश्रा ने जीत हासिल किया था। वहीं 1990 और 1995 में जनता दल की टिकट पर विद्या सागर निषाद ने विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में परबत्ता सीट से जीत हासिल किया था। 2000 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कैंडिडेट राकेश कुमार ने परबत्ता सीट पर जीत हासिल किया था। वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने परबत्ता सीट पर जीत का परचम लहरा दिया था। 2010 में परबत्ता सीट से सम्राट चौधरी उर्फ राकेश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की टिकट पर जीत हासिल किया था। वहीं 2014 के उपचुनाव और 2015 के चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में परबत्ता सीट से जेडीयू (JDU) की टिकट पर रामानंद प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। रामानंद प्रसाद सिंह ने चुनाव में 76 हजार 248 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट रामानुज चौधरी को 47 हजार 324 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामानंद प्रसाद सिंह ने रामानुज चौधरी को 28 हजार 924 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप (JAP) के कैंडिडेट सुहैली मेहता, 23 हजार 137 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में परबत्ता सीट पर आरजेडी (RJD) कैंडिडेट सम्राट चौधरी ने जीत हासिल की थी। सम्राट चौधरी ने 60 हजार 428 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू (JDU) कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने 59 हजार 620 वोट हासिल किया था। इस तरह से सम्राट चौधरी ने रामानंद प्रसाद सिंह को महज 808 वोट से हरा दिया था। वहीं कांग्रेस (Congress) के कैंडिडेट नरेश प्रसाद बादल 10 हजार 385 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में परबत्ता सीट से जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट रामानंद प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। रामानंद प्रसाद सिंह ने 45 हजार 684 वोट हासिल किया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट राजेश कुमार को 41 हजार 539 वोट मिला था। इस तरह से रामानंद प्रसाद सिंह ने राजेश कुमार को 4 हजार 145 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट परमानंद चौधरी, 4 हजार 4 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे। ऐसे में जीत उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी, जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।

Nitika