Nokha Assembly Seat: नोखा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/9/2020 12:58:29 PM

रोहतासः बिहार के 243 विधानसभा सीटों में से एक नोखा विधानसभा सीट (Nokha Assembly Seat) है। रोहतास जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

बता दें कि यह सीट साल 1951 से ही अस्तित्व में है। इस सीट पर पहली बार साल 1951 में विधानसभा के चुनाव हुए और कांग्रेस (Congress) के रघुनाथ प्रसाद साह विधायक चुने गए। 1957 में कांग्रेस (Congress) के ही जगदीश प्रसाद विजयी हुए। इसके बाद 1962 और 1967 में भी कांग्रेस (Congress) का ही कब्जा रहा और गुठुली सिंह लगातार दो बार विधायक चुने गए। 1969 में जनता पार्टी के जगदीश ओझा ने जीत हासिल की। 1972 में कांग्रेस (ओ) की तरफ से जगदीश ओझा दोबारा विधायक चुने गए। 1977 में इस सीट पर जनता पार्टी सेक्युलर के गोपाल नारायण सिंह ने जीत हासिल की। 1982 में यह सीट जनता पार्टी के खाते में गई और जंगी सिंह चौधरी विधायक चुने गए।

1985 में कांग्रेस (Congress) की सुमित्रा देवी चुनाव जीतीं। इसके बाद 1990 में जंगी सिंह चौधरी एक बार फिस से विधायक चुने गए लेकिन इस बार जनता दल की तरफ से चुनावी मैदान में थे। 1995 में जनता दल के ही आनंद मोहन सिंह चुनाव जीते। इसके बाद 2000 और 2005 के फरवरी में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कब्जा रहा और रामेश्वर चौरसिया विधायक चुने गए। 2005 के ही अक्टूबर में हुए चुनाव में यह सीट लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के खाते में चली गई। और सदानंद चौहान विधायक चुने गए। इसके बाद 2010 में रामेश्वर चौरसिया ने एक बार फिर से यह सीट भाजपा (BJP) की झोली में डाल दी। लेकिन 2015 में यह सीट राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के खाते में चली गई और अनिता देवी विधायक चुनी गईं।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अब अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की अनिता देवी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रामेश्वर प्रसाद चौरसिया को 22 हजार 998 वोटों से हराया और विधायक चुनी गईं। अनिता देवी को कुल 72 हजार 780 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे रामेश्वर प्रसाद चौरसिया को कुल 49 हजार 782 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे बसपा (BSP) के राजेंद्र सिंह को कुल 4 हजार 101 वोट मिले थे। 

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) के परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की कांति सिंह को 11 हजार 723 वोटों से हराया और विधायक चुने गए। रामेश्वर प्रसाद चौरसिया को कुल 39 हजार 20 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहीं कांति सिंह को कुल 27 हजार 297 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे सीपीएमएल के सैयद कैसर नेहाल को कुल 9 हजार 295 वोट मिले थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
वहीं 2005 में हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) के परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के आनंद मोहन सिंह को 11 हजार 389 वोटों से हराया और विधायक चुने गए। रामेश्वर प्रसाद चौरसिया को कुल 45 हजार 653 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे आनंद मोहन सिंह को कुल 34 हजार 264 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रही लोजपा (LJP) की सरिता सिंह को कुल 9 हजार 946 वोट मिले थे।

पिछले तीन चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर कभी भी किसी एक बार्टी का कब्जा नहीं रहा है। पिछली बार इस सीट पर राजद (RJD), कांग्रेस (Congress) और जेडीयू (JDU) गठबंधन होने की वजह से राजद (RJD) को जीत मिली थी लेकिन इस बार जेडीयू (JDU) फिर से अपने पुराने सहयोगी बीजेपी (BJP) के साथ चुनावी मैदान में है। वहीं जिस तरह से सरकार के कामों को लेकर विरोध हो रहा है। ऐसे में क्या बीजेपी (BJP) और जेडीयू (JDU) गठबंधन इस सीट को अपने खाते में कर पाती है या नहीं यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।

Ramanjot