'4000 से अधिक सीटें जीतेंगे'...रैली में इस गलती के लिए ट्रोल हुए नीतीश, RJD बोली- बिहार को शर्मिंदा न करें

4/8/2024 12:01:30 PM

नवादा: बिहार में एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अस्थिर व्यवहार को लेकर सुर्खियों में आने के बाद विपक्षियों ने उनके ‘‘मानसिक स्वास्थ्य'' पर सवाल खड़े कर दिए। जनता दल यूनाइनेट (JDU) प्रमुख नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संबोधित की गई एक रैली में भाग लेने के लिए नवादा जिले में थे। 

नवादा रैली के कुछ वीडियो वायरल हो गए और कुमार का नाम सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर ‘ट्रेंड' होने लगा। वायरल हुए वीडियो में से एक में कुमार प्रधानमंत्री का अभिवादन करने से पहले हाथ फैलाकर उनके पैरों की ओर झुकते हुए नजर आ रहे हैं। एक अन्य वीडियो में नीतीश कुमार को खुद को सही करने से पहले ‘‘चार लाख और प्रधानमंत्री की ओर मुड़कर चार हजार से भी ज्यादा'' कहते दिख रहे हैं। शायद वह आम चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने की कामना कर रहे थे। सबसे लंबे समय तक बिहार के मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार की उम्र 70 साल से अधिक है और हाल के दिनों में कुछ मौकों पर जुबान फिसलने के कारण भी वह सुर्खियों में रहे। 

अपने पूर्व बॉस के आचरण पर ‘‘पीड़ा'' हुई: तेजस्वी 
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के साथ सत्ता साझा कर चुके राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें अपने पूर्व बॉस के आचरण पर ‘‘पीड़ा'' हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक तस्वीर देखकर दंग रह गया जिसमें नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पैर छूते हुए देखा जा सकता है। वह इतने वरिष्ठ हैं। इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके कुछ ही समकक्षों का इतना लंबा कार्यकाल रहा है।'' तेजस्वी ने कहा, ‘‘क्या नरेन्द्र मोदी वही व्यक्ति नहीं हैं जिन पर नीतीश जी अक्सर अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा अपनाए गए मैत्रीपूर्ण मार्ग से भटकने का आरोप लगाते थे। 

ऐसे बयानों के साथ पूरे बिहार को शर्मिंदा न करें: राजेश राठौड़
बिहार में राजद के साथ विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख राजेश राठौड़ ने कहा, ‘‘जदयू को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कुमार सार्वजनिक मंचों पर एक लिखित स्क्रिप्ट पढ़ें, न कि 4000 से अधिक लोकसभा सीट जैसे बयानों के साथ पूरे बिहार को शर्मिंदा करें।'' उन्होंने कहा, ‘‘ राजनीति में मोदी के वरिष्ठ होने के बावजूद भले ही यह सब अनजाने में हुआ हो, लेकिन यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि बिहार के मुख्यमंत्री का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है।'' 

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Ramanjot