बिहार चुनाव 2020: बिहार में फिर से NDA को बहुमत, नीतीश 7वीं बार लेंगे सीएम पद की शपथ

11/11/2020 4:54:55 AM

पटनाः बिहार की जनता ने एक बार फिर सत्ता नीतीश कुमार को सौंप दी है। इससे पहले वोटों की गिनती के दौरान एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। मंगलवार का दिन नीतीश कुमार के लिए मंगलमय रहा जहां नीतीश 7वीं बार सीएम बनने जा रहे हैं। कांटे की टक्कर के बाद बिहार में एनडीए ने बाजी मार ली है। पूरी 243 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। जिसमें एनडीए को 125 सीटें मिल रही हैं, जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें जा रही हैं। 

एनडीए को बहुमत
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के प्राप्त परिणामों में प्रदेश में सत्ताधारी राजग ने 125 सीट अब तक जीत ली हैं और बहुमत का जादुई आंकड़ा प्राप्त कर लिया है। वहीं, विपक्षी महागठबंधन ने 110 सीट जीती हैं। निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में सत्ताधारी राजग में शामिल भाजपा ने 74 सीटों पर, जदयू ने 43 सीटों पर, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 सीटों पर और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है। 

नया दशक बिहार का होगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के युवा साथियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया दशक बिहार का होगा और आत्मनिर्भर बिहार उसका रोडमैप है। बिहार के युवाओं ने अपने सामर्थ्य और NDA के संकल्प पर भरोसा किया है। इस युवा ऊर्जा से अब NDA को पहले की अपेक्षा और अधिक परिश्रम करने का प्रोत्साहन मिला है। 

बिहार चुनाव परिणाम पर अमित शाह का ट्वीट
बिहार के हर वर्ग ने फिर एक बार खोखलेवादे, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को सिरे से नकार कर NDA के विकासवाद का परचम लहराया है। अमित शाह ने कहा कि यह हर बिहारवासी की आशाओं और आकांक्षाओं की जीत है। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के डबल इंजन विकास की जीत है। बिहार में विकास, प्रगति और सुशासन को चुनने के लिए सभी का धन्यवाद। 

243 सीटों पर तीन चरणों में हुआ मतदान 
बिहार में इस बार तीन चरणों में मतदान हुआ। कुल 243 सीटों पर 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को वोट डाले गए। पहले चरण में कुल 71 सीटों पर 53.54 फीसदी, दूसरे चरण में 94 सीटों पर 54.05 फीसदी और तीसरे चरण में 78 सीटों पर 59.94 फीसदी मतदान हुआ। 

कोरोना के चलते ऐसा लग रहा था कि शायद मतदान में लोग कम हिस्सा लें और प्रचार का रंग फीका रहने से शायद चुनाव की तपिश महसूस न हो। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों से लेकर तेजस्वी की तूफानी सभाओं तक बिहार लिट्टी की आंच की तरह एक चुनावी गर्मी के दिखा। लोगों ने सक्रियता से मतदान में हिस्सा लिया और कोरोना एक बड़ी वैश्विक चुनौती होकर भी मतदान में बाधा नहीं बन सका। मतदान के लिए कोरोना को ध्यान में रखते हुए खास इंतज़ाम भी किए गए जिसके कारण लोग मतदान के लिए थोड़ा सहज ही रहे। 

Nitika