Maiya Samman Yojana 2025: ‘18 लाख महिलाओं को नहीं मिला मंईयां सम्मान योजना का पैसा’, बाबूलाल मरांडी बोले- बीजेपी करेगी आंदोलन
Sunday, Mar 16, 2025-01:16 PM (IST)

Maiya Samman Yojana 2025: मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana 2025) को लेकर झारखंड (Jharkhand) में सियासत शुरू हो गई है। दरअसल, झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren Government) पर हमला बोलते हुए सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा है कि, ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव से पहले 56 लाख महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि देने का ऐलान किया था। सरकार बन जाने के बाद सिर्फ 38 लाख महिलाओं के खाते में योजना की राशि भेजी’।
मंईयां सम्मान योजना का पैसा नहीं देने पर आंदोलन करेगी बीजेपी ।। Maiya Samman Yojana 2025
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने आगे एक्स पर लिखा, ‘हेमंत जी, बाकी 18 लाख महिलाओं ने क्या बिगाड़ा है आपका? अब महज 38 लाख महिलाओं के खाते में ही राशि भेजी जा रही है। शेष 18 लाख महिलाओं को अयोग्य या तकनीकी बाध्यता या कोई अन्य कारण बताकर उनकी राशि रोक दी गयी है? बहानेबाजी छोड़कर राज्य सरकार सभी महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का पैसा दे। अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया, तो महिलाओं के हक में उनकी पार्टी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी।’
बीजेपी ने सरकार पर लगाया तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप
वहीं उन्होंने आगे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, गिरिडीह के घोड़थंबा में होली जुलूस पर पथराव और आगजनी की दुखद घटना हेमंत सरकार के तुष्टिकरण की राजनीति और प्रशासनिक तंत्र की विफलता का परिणाम है। हिंदुओं के पर्व त्योहारों पर हिंसा करना नया ट्रेंड बन गया है और इसे बढ़ावा दे रही है घुसपैठियों की संरक्षक झामुमो कांग्रेस की सरकार। हर हिंदू पर्व त्योहार में हिंसा-उन्माद की घटनाएं देखकर ऐसा लगने लगा है कि राज्य सरकार खुद हिंदू विरोधी तत्वों को हिंसा के लिए प्रोत्साहित कर रही है। पर्व त्योहारों से पूर्व की जाने वाली शांति समिति की बैठकें, प्रशासन के फ्लैग मार्च सिर्फ औपचारिकता बन कर रह गए हैं।
बीजेपी ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
उन्होंने आगे कहा कि, ‘प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने में मुख्यमंत्री फिसड्डी साबित हुए हैं। दो पहले ही हेमंत जी ने अधिकारियों को विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित किया था, इसके बावज़ूद गिरिडीह में अप्रिय घटना को अंजाम दिया गया। शासन प्रशासन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। मीडिया के सामने आकर पर्व त्योहारों पर व्यवधान डालने वाले को जमीन के अंदर 10 फीट गाड़ने की घुड़की देने वाली झारखंड पुलिस की उपद्रवियों के सामने बोलती बंद हो जा रही है। गिरिडीह पुलिस होली जुलूस में व्यवधान उत्पन्न करने वाले सभी आरोपियों को चिन्हित कर कड़ी कारवाई करें, उल्टे पीड़ित पक्ष पर कारवाई कर मामले को संतुलित दिखाने का प्रयास न करें’।