Maharajganj Assembly Seat: महाराजगंज विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/24/2020 1:29:48 PM

पटनाः बिहार का महाराजगंज विधानसभा सीट (Maharajganj Assembly Seat) महाराजगंज लोकसभा के तहत आता है। 1951 में महाराजगंज सीट अस्तित्व में आया था।

1951 में महाराजगंज सीट पर हुए चुनाव में केएमपीपी (KMPP) के कैंडिडेट महामाया प्रसाद सिन्हा ने जीत हासिल की थी। 1957 में महाराजगंज सीट पर अनुसूया देवी ने कांग्रेस (Congress) के कैंडिडेट के तौर पर जनता का समर्थन हासिल किया था। 1962 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में एसडब्ल्यूए (SWA) पार्टी के कैंडिडेट उमाशंकर प्रसाद ने जीत हासिल किया था। वहीं 1967 में हुए चुनाव में महाराजगंज सीट से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट के पी शाही ने जीत हासिल की थी।

1969 में हुए चुनाव में यहां से बीकेडी (BKD) पार्टी के महामाया प्रसाद सिन्हा ने जनता का समर्थन हासिल किया था। वहीं 1972 में हुए चुनाव में महाराजगंज से कांग्रेस (Congress) की टिकट पर अनुसूया देवी ने विरोधियों को करारी शिकस्त दे दी थी। 1977 में यहां से उमाशंकर सिंह ने जनता पार्टी की टिकट पर जनता का समर्थन हासिल कर लिया था तो 1980 और 1985 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में महाराजगंज से जनता पार्टी की टिकट पर उमाशंकर सिंह ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1990 में जनता दल के कैंडिडेट के तौर पर उमाशंकर सिंह ने महाराजगंज में एक बार फिर विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी।

वहीं 1995 में महाराजगंज से जनता दल के कैंडिडेट वैद्यनाथ पांडे ने जीत हासिल की थी। 2000 के चुनाव में महाराजगंज सीट पर हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) को उमाशंकर सिंह ने एसएपी (SAP) पार्टी के टिकट पर जीत लिया था। 2005 और 2010 के चुनाव में दामोदर सिंह ने जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट के तौर पर महाराजगंज से जनता का समर्थन हासिल किया था। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जेडीयू (JDU) कैंडिडेट हेमनारायण शाह ने जीत हासिल की थी।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में महाराजगंज सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट हेमनारायण शाह ने जीत हासिल की थी। हेमनारायण शाह ने चुनाव में 68 हजार 459 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट कुमार देवरंजन सिंह को 48 हजार 167 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से हेमनारायण शाह ने कुमार देवरंजन सिंह को 20 हजार 292 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं जेडीआर (JDR) कैंडिडेट सत्येंद्र कुमार गांधी, 5 हजार 743 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में महाराजगंज से जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट दामोदर सिंह ने चुनाव में जीत हासिल की थी। दामोदर सिंह ने चुनाव में 40 हजार 232 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट माणिकचंद राय ने 20 हजार 232 वोट हासिल किया था। इस तरह से दामोदर सिंह ने माणिकचंद राय को 20 हजार वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं बीएसपी (BSP) कैंडिडेट सुनील राय, 8 हजार 819 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में महाराजगंज सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट दामोदर सिंह ने जीत हासिल की थी। दामोदर सिंह ने चुनाव में 43 हजार 799 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट उमाशंकर सिंह ने चुनाव में 30 हजार 833 वोट हासिल किया था। इस तरह से दामोदर सिंह ने उमाशंकर सिंह को 12 हजार 966 वोट से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट विश्वम्भर सिंह, 3 हजार 541 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।

Ramanjot