Lauriya Assembly Seat: लौरिया विधानसभा चुनाव के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

8/29/2020 3:33:37 PM

 

पश्चिम चंपारणः बिहार के 243 विधानसभा सीटों में से एक लौरिया विधानसभा सीट है। पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र वाल्मीकि नगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

बता दें कि यह सीट तो 1957 से ही अस्तित्व में है लेकिन समय-समय पर परिसीमण के बाद इसकी सीमाएं परिवर्तित होती रही। 1957 में इस सीट पर पहली बार कांग्रेस (Congress) की टिकट पर शुभ नारायण प्रसाद विधायक चुने गए। 1962 में भी इस सीट पर शुभ नारायण प्रसाद का ही कब्जा रहा।1967 में निर्दलीय एस साही विधायक बने। 1969 में यह सीट स्वतंत्र पार्टी के खाते में गई और शत्रु मर्दन शाही विधायक चुने गए। 1972 में कांग्रेस की टिकट पर फुलेना राव इस सीट से विधायक (MLA) बने। 1977 में भी यह सीट कांग्रेस के ही खाते में ही रही और विश्व मोहन शर्मा विधायक बने।

1980 में भी विश्वमोहन शर्मा ही विधायक बने लेकिन इस बार वो कांग्रेस (Congress) इंदिरा की टिकट पर चुनावी मैदान में थे। 1985 में विश्वमोहन शर्मा लगातार तीसरी बार लिधायक बने। इस बार कांग्रेस (Congress) की टिकट पर चुनाव जीते थे। 1990 और 95 में यह सीट जनता दल के खाते में रही और रण विजय शाही चुनाव जीते। 2000 में एक बार फिर से यह सीट कांग्रेस (Congress) के खाते में गई और विश्व मोहन शर्मा इस क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए। फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 में इस सीट पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) का कब्जा रहा और प्रदीप सिंह विधायक बने। 2010 में यह सीट निर्दलीय विनय बिहारी के खाते में गई। इसके बाद 2015 में हुए चुनाव में विनय बिहारी ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।

लौरिया विधानसभा सीट 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे
अब अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विनय बिहारी ने राजद (RJD) के रण कौशल प्रताप सिंह को 17 हजार 573 वोटों से हराया और विधायक चुने गए। विनय बिहारी को कुल 57 हजार 351 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे रण कौशल प्रताप सिंह को कुल 39 हजार 778 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय शंभू तिवारी को कुल 20 हजार 793 वोट मिले थे।

लौरिया विधानसभा सीट 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजे
वहीं 2010 में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के परिणामों पर नजर डालें तो निर्दलीय विनय बिहारी ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रदीप सिंह को 10 हजार 881 वोटों से हराया और विधायक चुने गए। विनय बिहारी को कुल 38 हजार 381 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे प्रदीप सिंह को कुल 27 हजार 500 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे राजद के शंभू तिवारी को कुल 22 हजार 140 वोट मिले थे।

लौरिया विधानसभा सीट 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजे
वहीं 2005 में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो जेडीयू के प्रदीप सिंह ने बीएसपी के शंभू तिवारी को 2 हजार 24 वोटों से हराया और विधायक बने प्रदीप सिंह को कुल 28 हजार 89 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे शंभू तिवारी को कुल 26 हजार 65 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे सपा (SP) के विनय बिहारी को मात्र 24 हजार 419 वोट मिले थे।

बिहार में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। राजनीतिक दलों के नेता भी प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। कोरोना (Corona) की वजह से इस बार प्रचार-प्रसार के लिए क्षेत्रों में नेता कम ही निकल रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए ही संवाद स्थापित करने में लगे हुए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया के जरिए हो रहे प्रचार को आम जनता कितना समझ पाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

Nitika