Kesaria Assembly Seat: केसरिया विधानसभा चुनाव के पिछले नतीजे।। Bihar Election 2020

9/22/2020 1:32:24 PM

पूर्वी चंपारणः बिहार की 243 सीट में से केसरिया सीट (Kesaria Seat) का अहम स्थान है। परिसीमन के बाद केसरिया (Kesaria) में उत्तरी बरैया, भटवलिया, भवानीपुर, डुमरिया ग्राम, दिलवारपुर, राजपुर, रघुनाथपुर, सिरसिया जैसे इलाके आते हैं। केसरिया विधानसभा सीट पूर्वी चंपारण (East Champaran) लोकसभा सीट के तहत आता है।

बता दें कि यह सीट 1951 से अस्तित्व में है। 1951 में इस सीट पर पहली बार हुए विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। प्रभावती गुप्ता ने कांग्रेस (Congress) की टिकट पर विधानसभा (Vidhan Sabha) में जीत हासिल की थी। प्रभावती गुप्ता ने ही 1952 और 1957 के चुनाव में भी कांग्रेस की टिकट पर ही जीत हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में केसरिया सीट (Kesaria Seat) से सीपीआई (CPI) कैंडिडेट पिताम्बर सिंह ने प्रभावती गुप्ता को हरा दिया था। 1967 में भी केसरिया सीट (Kesaria Seat) से सीपीआई (CPI) कैंडिडेट पी सिन्हा ने जीत हासिल की थी।

वहीं 1969 में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट मोहम्मद एजाज हुसैन खान ने केसरिया सीट (Kesaria Seat) से जीत हासिल की थी। 1972 और 1977 के चुनाव में सीपीआई कैंडिडेट पितांबर सिंह ने केसरिया सीट (Kesaria Seat) पर जीत का परचम लहराया था। 1980 के विधानसभा चुनाव में जेएनपी के कैंडिडेट राय हरिशंकर शर्मा ने जीत हासिल की थी। वहीं 1985 के चुनाव में राय हरिशंकर शर्मा ने कांग्रेस (Congress) का दामन थाम लिया और जीत भी हासिल कर ली थी। 1990 और 1995 के चुनाव में सीपीआई (CPI) कैंडिडेट यमुना यादव ने लगातार विरोधियों को मात दे दी थी। 2000 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में एसएपी कैंडिडेट औबेदुल्लाह ने जीत हासिल कर लिया था।

वहीं 2005 के फरवरी महीने में केसरिया सीट (Kesaria Seat) पर हुए चुनाव में भी जेडीयू की टिकट पर औबेदुल्लाह ने विरोधियों को मात दे दी तो 2005 के अक्टूबर महीने में आरजेडी (RJD) कैंडिडेट राजेश कुमार रौशन ने विरोधियों को चारों खाने चित कर दी थी। वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां से यहां से बीजेपी (BJP) कैंडेडिट सचिंद्र प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी, तो 2015 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी (RJD) कैंडिडेट राजेश कुमार ने बीजेपी (BJP) कैंडिडेट को हरा कर जीत हासिल की थी।

2015 केसरिया विधानसभा चुनाव के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में केसरिया सीट (Kesaria Seat) पर आरजेडी (RJD) कैंडिडेट राजेश कुमार ने जीत हासिल की थी। राजेश कुमार को 62 हजार 902 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, 46 हजार 955 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह आरजेडी (RJD) कैंडिडेट राजेश कुमार ने बीजेपी (BJP) कैंडिडेट राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को 15 हजार 947 वोट के अंतर से हराया था। वहीं सीपीआई (CPI) कैंडिडेट रामशरण प्रसाद यादव को 11 हजार 767 वोट मिले थे और इस तरह से वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

2010 केसरिया विधानसभा चुनाव के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में इस सीट पर बीजेपी (BJP) कैंडिडेट सचिंद्र प्रसाद सिंह ने सीपीआई (CPI) रामशरण प्रसाद यादव को मात दे दी थी। सचिंद्र प्रसाद सिंह ने 34 हजार 649 वोट हासिल किया था जबकि सीपीआई (CPI) कैंडिडेट रामशरण प्रसाद यादव को 22 हजार 966 वोट मिला था। इस तरह से सचिंद्र प्रसाद सिंह ने रामशरण प्रसाद यादव को 11 हजार 683 वोट से हरा दिया था। वहीं लोजपा (LJP) कैंडिडेट महेश्वर सिंह 12 हजार 10 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2005 केसरिया विधानसभा चुनाव के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में इस सीट पर आरजेडी (RJD) के राजेश कुमार रौशन ने जेडीयू कैंडिडेट रजिया खातून को हराया था। राजेश कुमार रौशन ने 31 हजार 90 वोट हासिल किया था जबकि जेडीयू (JDU) कैंडिडेट रजिया खातून को 30 हजार 112 वोट मिला था। इस तरह से राजेश कुमार रौशन ने रजिया खातून को महज 9 सौ 78 वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं लोजपा (LJP) कैंडिडेट रविंद्र प्रताप सिंह ने 7 हजार 18 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां एनडीए और महागठबंधन (Mahagathbandhan) के बीच टक्कर का मुकाबला रहेगा। अब जनता किस पार्टी के कैंडिडेट को राजतिलक लगाएगी। ये तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे।

Nitika