Tribal Marriage Tradition: यहां लड़के वालों को देना पड़ता है दहेज.. दुल्हन लेकर आती है बारात, विदाई की परंपरा भी है बेहद रोचक, पढ़ें

Sunday, Feb 02, 2025-03:24 PM (IST)

Tribal Marriage Tradition: हमारे भारत (India) देश में शादी को लेकर कई परंपराएं हैं। जहां शादी में दूल्हा (Groom) बारात लेकर आता है और दुल्हन (Bride) लेकर जाता है, लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि दुल्हन बारात लेकर आती है और दहेज भी लेती है। जी हां.. झारखंड के आदिवासी समुदाय (Tribal Community) की एक ऐसी परंपरा है जो हैरान कर देने वाली है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं खूंटी (Khoonti) जिले के 'हो' समुदाय ('Ho' community) की। इस समुदाय में दुल्हन बारात लेकर आती है, और इसके साथ दहेज भी लेती है।

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शादी में दूल्हा देता है दहेज

खूंटी जिले के 'हो' समुदाय में यह परंपरा चली आ रही है कि, यहां दूल्हा नहीं, बल्कि दुल्हन को दहेज दिया जाता है। यह परंपरा वर्षों से चलती आ रही है। यहां शादी-विवाह में लड़का पक्ष लड़की पक्ष को मूल्य चुकाता है। वर पक्ष द्वारा कन्या पक्ष को कन्या धन देने का रिवाज है। बताया जाता है कि, दूल्हा पक्ष ही दुल्हन के परिवार वालों को एक जोड़ा बैल, गाय और नकद राशि देता है। इस समुदाय में इतना दहेज देना अनिवार्य है। वहीं अगर लड़के वाले कुछ अलग से भी देना चाहते हैं तो दे सकते हैं। समुदाय के एक सदस्य बताते हैं कि, समाज में लड़कों से भी ज्यादा लड़कियों को इज्जत दी जाती है। समाज में लड़कियों को तवज्जो दी जाती है। महिलाओं को देवी स्वरूप पूजा जाता है। ये जीवन दाता हैं। हमारे समाज में महिलाओं का कद काफी ऊंचा है, इसलिए, यह रस्म कहीं न कहीं उन्हें सम्मान व इज्जत देने के लिए है।

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विदाई की परंपरा भी होती है बेहद रोचक

'हो' जनजातीय समुदाय में परंपरा है कि, दुल्हन बारात लेकर आती है। वहीं शादी के बाद दूसरे दिन दुल्हन अपने पति के घर में ही रुक जाती है और बारात वापस लौट आती है। वहीं खास बात यह है कि, यहां विदाई की ये परंपरा भी बेहद रोचक होती है। बता दें कि, इस प्रथा को 'गोनोंग' (gonong)कहा जाता है।


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Geeta

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