EVM को लेकर SC के फैसले पर जदयू बोली- "हमेशा बेबुनियादी मांग करते हैं विपक्ष के लोग"

4/27/2024 12:50:53 PM

पटना: उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को उन सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिनमें EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पीएम मोदी विपक्ष को घेरते दिख रहे हैं और कई बड़े भाजपा नेता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने भी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 

"विपक्ष के लोग हमेशा बेबुनियादी मांग करते हैं"
JDU नेता अभिषेक झा ने कहा, "...विपक्ष के लोग हमेशा बेबुनियादी मांग करते रहते हैं... वे सोचते हैं कि आज भी वही बैलेट पेपर का जमाना है... वे(विपक्ष) समझते थे कि हम जबदस्ती बैलेट पेपर छाप लेंगे और जनप्रतिनिधि बन जाएंगे... अब जमाना बदल चुका है। EVM है और हर एक नागरिक के पास अधिकार है कि वो वोट दे सके..." 

उच्चतम न्यायालय ने खारिज की यचिकाएं 
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बीच, उच्चतम न्यायालय ने ‘ईवीएम' के जरिए डाले गए वोट का ‘वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल' (वीवीपैट) के साथ शत-प्रतिशत मिलान कराने संबंधी याचिकाएं शुक्रवार को खारिज कर दी और कहा कि तंत्र के किसी भी पहलू पर ‘‘आंख मूंद कर अविश्वास करना'' अवांछित संशय पैदा कर सकता है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ ने मामले में सहमति वाले दो फैसले सुनाए और इस मामले से जुड़ी वे सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इन याचिकाओं में मतपत्रों से चुनाव कराने की प्रकिया को फिर से उपयोग में लाने संबंधी याचिका भी शामिल थी।

SC का फैसला ‘इंडिया' गठबंधन को करारा तमाचा: PM मोदी 
शीर्ष अदालत के इस बहु-प्रतीक्षित फैसले का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के अररिया में एक चुनावी रैली में कहा कि यह कांग्रेस-नीत ‘इंडिया' गठबंधन को करारा तमाचा है और उसे ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन' (ईवीएम) के खिलाफ अविश्वास पैदा करने के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि वह चुनावी प्रक्रिया में जनता का विश्वास बढ़ाने के लिए वीवीपैट के अधिक से अधिक उपयोग पर राजनीतिक अभियान जारी रखेगी। 

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Ramanjot