Garkha Assembly Seat: गरखा विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/25/2020 12:22:09 PM

सारणः बिहार का गरखा विधानसभा सीट (Garkha Assembly Seat) सारण लोकसभा के तहत आता है। 1957 में गरखा सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट राम जयपाल सिंह यादव ने जीत हासिल की थी।

1962 में गरखा सीट पर कांग्रेस (Congress) की टिकट पर शिवशंकर प्रसाद सिंह ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1967 में गरखा सीट पर निर्दलीय कैंडिडेट विश्वनाथ भगत ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1969 में गरखा सीट से कांग्रेस (Congress) पार्टी के टिकट पर जगलाल चौधरी ने जीत हासिल किया था। 1972 के चुनाव में यहां से रघुनंदन माझी ने कांग्रेस (Congress) की टिकट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर मुनेश्वर चौधरी ने जीत का परचम लहरा दिया था। 1980 और 1985 में कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट रघुनंदन माझी ने गरखा सीट पर लगातार दो बार जीत हासिल की थी।

1990 में निर्दलीय कैंडिडेट मुनेश्वर माझी ने गरखा सीट पर विरोधियों को करारी शिकस्त दे दी थी। 1995 में मुनेश्वर माझी ने जनता दल की टिकट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में भी मुनेश्वर माझी ने आरजेडी (RJD) की टिकट पर जीत का सिलसिला एक बार फिर बरकरार रखा था। वहीं 2005 और 2010 के चुनाव में गरखा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की टिकट पर ज्ञानचंद माझी ने विरोधियों को मात दे दिया था। 2015 के चुनाव में आरजेडी (RJD) के कैंडिडेट मुनेश्वर चौधरी ने जीत हासिल किया था।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में गरखा सीट से आरजेडी (RJD) के कैंडिडेट मुनेश्वर चौधरी ने जीत हासिल की थी। मुनेश्वर चौधरी ने चुनाव में 89 हजार 249 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट ज्ञानचंद मांझी को 49 हजार 366 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से मुनेश्वर चौधरी ने ज्ञानचंद मांझी को 39 हजार 883 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं 5 हजार 27 वोट के साथ नोटा तीसरे स्थान पर रहा था।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में गरखा सीट से बीजेपी (BJP) कैंडिडेट ज्ञानचंद मांझी ने जीत हासिल की थी। ज्ञानचंद मांझी ने चुनाव में 41 हजार 33 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट मुनेश्वर चौधरी ने 39 हजार 246 वोट हासिल किया था। इस तरह से ज्ञानचंद मांझी ने मुनेश्वर चौधरी को एक हजार 787 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट रघुनंदन मांझी, 12 हजार 793 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में गरखा सीट से बीजेपी (BJP) कैंडिडेट ज्ञानचंद मांझी ने जीत हासिल की थी। ज्ञानचंद मांझी ने चुनाव में 28 हजार 634 वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट रघुनंदन मांझी ने चुनाव में 26 हजार 817 वोट हासिल किया था। इस तरह से ज्ञानचंद मांझी ने रघुनंदन मांझी को एक हजार 817 वोट के कम अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट मुनेश्वर मांझी 14 हजार 271 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि इस बार के चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा।

Ramanjot