Cancer Treatment: बिहार के 8387 पंचायतों में आयोजित होगा नि:शुल्क ग्रामीण कैंसर जांच कार्यक्रम, स्वास्थ्य मंत्री बोले- सुदूर इलाकों में...
Saturday, Mar 08, 2025-06:36 PM (IST)

Cancer Treatment in Bihar: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने प्रदेश के 38 जिलों के लगभग लगभग 45 हजारों गांवों के 8387 पंचायतों के लिए नि:शुल्क ग्रामीण कैंसर जांच कार्यक्रम का लोकार्पण डॉ. प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के प्रांगण में किया। इस दौरान ग्रामीण कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम (Rural Cancer Screening Program) के लिए समर्पित नए ऐप एवं बिहार का पहला स्लीप इंस्टीट्यूट के लोकार्पण के साथ ही ऑन को-मीट 2025 का भी उद्घाटन किया गया।
बिहार में कैंसर के खिलाफ अभियान की सख्त जरूरत- Mangal Pandey
अपने संबोधन में मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि बिहार में कैंसर के खिलाफ अभियान की सख्त जरूरत है। खासकर ग्रामीण एवं सुदूर इलाकों में बसने वाली आबादी पर फोकस जरुरी है। डॉ. प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ प्रभात रंजन ने इस अभियान को नि:शुल्क चलाने का निर्णय लिया है। इससे निश्चित तौर पर बिहार के सुदूर इलाकों में रह रहे लोगों को लाभ मिलेगा। यदि पहले ही कैंसर की जांच करके उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर ली जाए तो इलाज करना संभव है। पांडेय ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जहां सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) के बचाव के लिए महिलाओं को टीके लगाए जाते हैं। प्रदेश में इस बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान निरंतर जारी है। हमारा लक्ष्य है कि महिलाओं में होने वाली इस गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए जन-जागरूकता में तेजी आए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के मार्गदर्शन में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हुआ है। जिससे राज्य की जनता लाभान्वित हुई है। एक दौर था जब कैंसर जैसी घातक बीमारी के इलाज के लिए राज्य से बाहर जाना पाड़ता था, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री की सोच एवं निरंतर प्रयासों का नतीजा है कि आज राज्य में कैंसर की बीमारी का समुचित इलाज हो रहा है।
2005 के बाद स्वास्थ्य सेवा में काफी काफी सुधार हुआ- Mangal Pandey
मंत्री (Mangal Pandey) ने कहा कि मुजफ्फरपुर में भी 425 करोड़ की लागत से कैंसर (Cancer) का बड़ा अस्पताल खुलने जा रहा है। वहीं पटना में चल रहे महावीर कैंसर अस्पताल को राज्य सरकार ने खुलकर सहयोग प्रदान की। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों की रोकथाम की समुचित व्यवस्था कर दी गयी है। 2005 के बाद स्वास्थ्य सेवा में काफी काफी सुधार हुआ है।