पश्चिमी मेदिनीपुर की 6 सीटों पर BJP-TMC में सीधी लड़ाई, शुभेंदु और ममता के बीच चल रही नाक की लड़ाई
3/27/2021 10:52:34 AM
पश्चिम बंगालः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 27 मार्च को वोट डाले जा रहे हैं। पहले चरण में पश्चिमी मेदिनीपुर जिले की 6 सीटों पर मतदान होंगे। पश्चिमी मेदिनीपुर में दो चरणों में तकरीबन 38 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। पश्चिमी मेदिनीपुर की खड़गपुर ग्रामीण, गड़वेत्ता, शालबनी, मेदिनीपुर, केशियाड़ी और दांतन सीट पर मतदान हो रहा है। इनमें से केशियाड़ी विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
2016 में पश्चिमी मेदिनीपुर में तृणमूल कांग्रेस का वर्चस्व कायम था। पिछले विधानसभा चुनाव में जिले की सभी सीटों पर मुख्य मुकाबले में वाममोर्चा ही था। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में चली भगवा लहर के बाद इस इलाके की राजनीति में बड़े बदलाव आए हैं। 2021 में इन सभी सीटों पर टीएमसी और बीजेपी के बीच आमने-सामने की कड़ी टक्कर है। हालांकि कुछ सीटों पर ही सीपीएम मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का माद्दा रखती है। ज्यादातर सीटों पर सीपीएम और कांग्रेस मुख्य मुकाबले से बाहर हो गई है।
मेदिनीपुर में टीएमसी के मुकाबले में बीजेपी को खड़ा करने में शुभेंदु अधिकारी का सबसे बड़ा योगदान है। कभी शुभेंदु अधिकारी को टीएमसी में नंबर दो का दर्जा हासिल था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस में अभिषेक बनर्जी और प्रशांत किशोर के उभार से शुभेंदु ने ममता दीदी का साथ छोड़ दिया। शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी की सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले रखा है। शुभेंदु अधिकारी का प्रभाव पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, बांकुड़ा, पुरुलिया, बीरभूम और मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों में है।
कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल की 60 से अधिक विधानसभा सीटों के नतीजों को अधिकारी परिवार प्रभावित करने की क्षमता रखता है। पश्चिमी मेदिनीपुर की विधानसभा सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव में अधिकारी परिवार की ताकत की अग्निपरीक्षा होगी। अगर इस बार अधिकारी परिवार सफल हुआ तो शायद ममता दीदी की मुश्किलें काफी बढ़ जाएगी।