West Bengal Election... कूचबिहार की 9 विधानसभा सीटों पर TMC और BJP में है सीधी टक्कर

4/10/2021 10:04:27 AM

कोलकाताः पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के तहत 44 सीटों पर 10 अप्रैल को मतदान जारी है। चौथे चरण में कूचबिहार, अलीपुरद्वार, साउथ 24 परगना, हावड़ा और हुगली जिले की 44 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। कूचबिहार का इलाका उत्तर बंगाल के हिस्से में पड़ता है। कूचबिहार की 9 विधानसभा सीट पर टीएमसी और बीजेपी में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कूचबिहार की जनता ने तृणमूल कांग्रेस को तगड़ा झटका देकर बीजेपी को बंपर सपोर्ट दिया था। इस बार भी कूचबिहार की 9 सीट पर बीजेपी और टीएमसी में ही सीधा मुकाबला चल रहा है।

2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को कूचबिहार ज़िले की 9 सीट पर जबरदस्त समर्थन मिला था। 2016 में कूचबिहार जिले की 9 में से आठ विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया था। वहीं फारवर्ड ब्लॉक को कूचबिहार की एक सीट पर जीत मिली थी, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में कूचबिहार जिले की जनता ने ममता दीदी से मुंह फेर लिया था। 2019 से पहले कूचबिहार में तृणमूल कांग्रेस का डंका बजता था, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से यहां भारतीय जनता पार्टी ने अपना झंडा गाड़ दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल में बीजेपी के पक्ष में एक लहर चली थी। उत्तर बंगाल में बीजेपी ने सात लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। कूचबिहार में भी बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। कूचबिहार लोकसभा सीट पर बीजेपी के कैंडिडेट निशित प्रमाणिक भट्टाचार्य ने 7 लाख 31 हजार 594 वोट हासिल किया था।

वहीं तृणमूल कांग्रेस के परेश चंद्रा अधिकारी को 6 लाख 77 हजार 363 वोट ही मिल पाया था। इस लिहाज से बीजेपी के कैंडिडेट निशित प्रमाणिक ने तृणमूल कांग्रेस के परेश चंद्र अधिकारी को 54 हजार 231 वोट के अंतर से हराया। 2019 के लोकसभा चुनाव में कूचबिहार में बीजेपी को 47.98 फीसदी और तृणमूल कांग्रेस को 44.43 फीसदी वोट मिला था। इसलिए तृणमूल कांगेस के लिए 2021 के विधानसभा चुनाव में कूचबिहार की 9 सीटों पर बीजेपी की बढ़त को काटना एक बड़ी कठिन चुनौती है। संयोग की बात ये है कि 2019 लोकसभा चुनाव के विजेता और रनर अप दोनों ही 2021 के विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कूचबिहार से बीजेपी के सांसद निशित प्रमाणिक इस बार दीनहाटा से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं रनर अप रहे परेश चंद्र अधिकारी को ममता दीदी ने मेखलीगंज सुरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव के अखाड़े में उतारा है।

कूचबिहार में मुस्लिम वोटरों की अच्छी खासी तादाद है। एक आंकड़े के मुताबिक कूचबिहार जिले में मुस्लिमों की आबादी 25.5 फीसदी है। वहीं हिंदुओं की आबादी 74.5 फीसदी है। कूचबिहार में अकेले 50.20 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति के वोटरों की है, यानी जिस पार्टी की तरफ अनुसूचित जाति के वोटर जाएंगे जीत उसी के हिस्से में आएगी। अनुसूचित जाति में मुख्य रुप से नामशूद्र, राजबंशी और गोरखा समुदाय के एक हिस्से की सबसे ज्यादा संख्या है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अनुसूचित जाति के वोटरों का समर्थन मिला था। बीजेपी अगर 2021 के विधानसभा चुनाव में भी इस ट्रेंड को कायम रख पाई तो कूचबिहार में तृणमूल की दिक्कतें बढ़ जाएंगी। तुष्टीकरण, तोलाबाजी, कट मनी, बेरोजगारी और पलायन की समस्या से जूझ रहे कूचबिहार के लोगों का गुस्सा सत्ताधारी दल पर फूट सकता है।

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Ramanjot