लोकसभा सीट पर होगा NDA और INDIA में टक्कर, सुदेश महतो के हिस्से में जा सकती है Giridih Seat

3/26/2024 11:28:18 AM

गिरिडीहः झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से एक गिरिडीह लोकसभा सीट है। साल 2000 तक गिरिडीह भी बिहार का ही एक हिस्सा हुआ करता था। गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में गिरिडीह, बोकारो और धनबाद जिले के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है। यह क्षेत्र दुर्गम पहाड़ियों और जंगलों से भी घिरा हुआ है। इस पूरे क्षेत्र पर मुगल सम्राटों का शासन रहा है। यह क्षेत्र अभ्रक और कोयला उत्पादन के लिए भी जाना जाता है।



अब इस सीट के राजनीतिक इतिहास पर एक नजर डालते हैं। इस सीट पर पहली बार साल 1962 में हुए चुनाव में स्वतंत्र पार्टी के बटेश्वर सिंह चुनाव जीते। 1967 में इस सीट पर कांग्रेस को जीत मिली और इम्तियाज अहमद चुनाव जीतने में कामयाब रहे। 1971 में कांग्रेस के ही टिकट पर चपलेंदू भट्टाचार्य चुनाव जीते लेकिन आपातकाल के बाद साल 1977 में हुए चुनाव में जनता पार्टी के टिकट पर रामदास सिंह सांसद चुने गए। 1980 में कांग्रेस ने फिर से वापसी की और बिंदेश्वरी दुबे सांसद चुने गए तो 1984 में भी इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा और सरफराज अहमद जीतने में कामयाब हुए।



1989 में पहली बार इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला और रामदास सिंह सांसद बनकर दिल्ली पहुंचे। 1991 में यह सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास चली गई और बिनोद बिहारी महतो चुनाव जीते। इसके बाद 1996, 1998 और 1999 तक लगातार तीन बार इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा और रविंद्र कुमार पांडेय तीनों बार सांसद चुने गए। 2004 में कांग्रेस के टेकलाल महतो चुनाव जीतने में कामयाब रहे। इसके बाद फिर से बीजेपी के रविंद्र कुमार पांडेय लगातार दो बार यानी कि 2009 और 2014 का चुनाव जीते। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में आजसू पी के कैंडिडेट चंद्र प्रकाश चौधरी ने जीत हासिल की है। गिरिडीह लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से गिरिडीह जिले की गिरिडीह, डुमरी विधानसभा क्षेत्र, बोकारो जिले की गोमिया, बेरमो और धनबाद जिले की तुंडी और बाघमारा विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
2019 के लोकसभा चुनाव में आजसू पी कैंडिडेट चंद्र प्रकाश चौधरी ने जीत हासिल की थी। चंद्र प्रकाश चौधरी ने 6 लाख 48 हजार 277 वोट हासिल किए थे। वहीं जेएमएम कैंडिडेट जगरनाथ महतो ने 3 लाख 99 हजार 930 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया तो तीसरा स्थान नोटा का रहा और 19 हजार 708 वोट नोटा के पक्ष में पड़ा।



एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र कुमार पांडेय को 3 लाख 91 हजार 913 वोट मिले थे जबकि जेएमएम के जगरनाथ महतो 3 लाख 51 हजार 600 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम के सबा अहमद 57 हजार 380 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।


एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र कुमार पांडेय ने 2 लाख 33 हजार 435 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं जेएमएम के टेकलाल महतो 1 लाख 38 हजार 697 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि जेवीएम के सबा अहमद को 1 लाख 26 हजार 722 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।



एक नजर 2004 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो जेएमएम के टेकलाल महतो ने 3 लाख 50 हजार 255 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र कुमार पांडेय 2 लाख 461 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि जेडीयू के इंद्रदेव महतो 81 हजार 722 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे। गिरिडीह सीट पर 2024 में एनडीए और इंडिया गठबंधन में मुकाबला होगा। देखना होगा कि गिरिडीह की जनता इस बार किसके सिर पर ताज रखेगी।

Content Writer

Nitika