CM नीतीश ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी, अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने का किया अनुरोध
Sunday, Sep 22, 2024-06:29 PM (IST)
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुनौरा धाम में माता जानकी मंदिर के पुनर्विकास को लेकर एक्टिव नजर आ रहे हैं। बीते शनिवार को उन्होंने सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में पुनर्विकास कार्य की समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को पुनौरा धाम में माता जानकी मंदिर का पुनर्विकास कार्य भव्य ढंग से कराने का निर्देश दिया। वहीं अब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख पुनौरा धाम हेतु सड़क एवं रेल संपर्कता प्रदान करने का अनुरोध किया है।
नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा, "सर्वप्रथम मैं आपको अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण एवं पवित्र नगरी अयोध्या के विकास हेतु किये गये कार्यों के लिए बधाई देता हूं। मुझे आपको यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि बिहार राज्य के अन्तर्गत सीतामढ़ी जिले में अवस्थित पुनौरा धाम माता सीता की जन्मस्थली के रूप में विख्यात है। भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या की तरह ही माता सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम का भी वृहद धार्मिक महत्व है। बिहार सरकार द्वारा यहां पर 50 एकड़ भूमि को अधिग्रहीत कर पुनौरा धाम अन्तर्गत माँ सीता के मंदिर परिसर के विस्तार एवं सौन्दर्याकरण का निर्णय लिया गया है।
अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने का अनुरोध
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, "यह संतोष का विषय है कि भारत सरकार द्वारा अयोध्या से सीतामढ़ी जिले तक राम जानकी मार्ग के निर्माण हेतु कार्य किया जा रहा है। इस मार्ग के बन जाने से श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ ही मां सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम आने में सुविधा होगी। अनुरोध है कि इस मार्ग को शीघ्र पूर्ण किए जाने हेतु संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निदेश देने की कृपा की जाए। साथ ही भारत सरकार द्वारा हाल के दिनों में रेलवे सम्पर्कता के संबंध में कई जनोपयोगी कार्य किए गए हैं जिसमे वंदे भारत ट्रेन का परिचालन भी महत्वपूर्ण है। बिहार टाज्य को भी इससे लाभ हुआ है जिसके लिए मैं आपको विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं। अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच बेहतर रेल सम्पर्कता हो जाने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा बोगी। अनुरोध है कि अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच भी एक वंदे भारत ट्रेन के परिचालन हेतु ल मंत्रालय को समुचित निदेश देने की कृपा की जाए।