Brahampur Assembly Seat: ब्रह्मपुर विधानसभा सीट के पिछले नतीजे ।। Bihar Election 2020

10/11/2020 1:34:34 PM

 

बक्सरः बिहार का ब्रह्मपुर विधानसभा सीट बक्सर लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही ब्रह्मपुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में ब्रह्मपुर सीट से ललन सिंह ने कांग्रेस पार्टी की टिकट से जीत हासिल की थी।

1957 में इस सीट से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर एक बार फिर ललन प्रसाद सिंह ने अपनी जीत बरकरार रखी थी। 1962 में ब्रह्मपुर सीट से निर्दलीय कैंडिडेट बुद्धिनाथ सिंह ने जीत हासिल की थी। वहीं 1967 के विधानसभा चुनाव में यहां से निर्दलीय कैंडिडेट एस शर्मा ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। वहीं 1969 में ब्रह्मपुर सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में एलटीसी के कैंडिडेट सूर्य नारायण शर्मा ने विरोधियों को पस्त कर दिया था। 1972 में ब्रह्मपुर सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट ऋषिकेश तिवारी ने जीत हासिल किया था। 1977 में इस सीट से जेएनपी की टिकट पर रामाकांत ठाकुर ने आम जनता का समर्थन हासिल किया था।

वहीं 1980 और 1985 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मपुर सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट ऋषिकेश तिवारी ने लगातार जीत हासिल की थी। 1990 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मपुर सीट से स्वामीनाथ तिवारी ने बीजेपी की टिकट से विरोधियों को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की थी। 1995 के चुनाव में इस सीट पर जनता दल के कैंडिडेट अजित चौधरी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2000 और 2005 के चुनाव में इस सीट पर आरजेडी की टिकट पर अजित चौधरी ने एक बार फिर जनता का भरोसा हासिल किया। 2010 के चुनाव में इस सीट को बीजेपी ने आरजेडी से ये सीट छीन लिया। 2010 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के कैंडिडेट दिलमणी देवी ने जीत हासिल किया था, हालांकि 2015 के चुनाव में एक बार फिर इस सीट को आरजेडी ने एक बार फिर बीजेपी से छीन लिया था। 2015 में ब्रह्मपुर सीट से आरजेडी की टिकट पर शंभुनाथ सिंह यादव ने जीत हासिल की थी।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मपुर सीट से आरजेडी की टिकट पर शंभुनाथ सिंह यादव ने जीत हासिल की थी। शंभुनाथ सिंह यादव ने चुनाव में 94 हजार 79 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी के कैंडिडेट विवेक ठाकुर को 63 हजार 303 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से आरजेडी की टिकट पर शंभुनाथ सिंह यादव ने बीजेपी के कैंडिडेट विवेक ठाकुर को 30 हजार 776 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं बीएसपी के कैंडिडेट अजित चौधरी, 5 हजार 690 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मपुर सीट पर बीजेपी कैंडिडेट दिलमर्णी देवी ने जीत हासिल की थी। दिलमर्णी देवी ने 46 हजार 196 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट अजित चौधरी ने 25 हजार 854 वोट हासिल किया था। इस तरह से बीजेपी कैंडिडेट दिलमर्णी देवी ने आरजेडी कैंडिडेट अजित चौधरी को 20 हजार 342 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जेडीएस के कैंडिडेट ददन यादव, 13 हजार 901 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मपुर सीट से आरजेडी के कैंडिडेट अजीत चौधरी ने जीत हासिल की थी। अजीत चौधरी ने 32 हजार 138 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी के कैंडिडेट विवेक ठाकुर को 25 हजार 254 वोट मिला था। इस तरह से आरजेडी के कैंडिडेट अजीत चौधरी ने बीजेपी के कैंडिडेट विवेक ठाकुर को 6 हजार 884 वोट से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट नर्वदेश्वर तिवारी, 11 हजार 634 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव में यहां महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला होगा। साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे। ऐसे में जीत उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।
 

Nitika