कांग्रेस की ''नौकरी दो'' यात्रा पर BJP का तंज, पूछा- 90 के दशक के बाद क्यों बढ़ी बेरोजगारी एवं पलायन

Tuesday, Mar 18, 2025-11:03 AM (IST)

Bihar Politics: बिहार के स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कांग्रेस (Congress) की बिहार में जारी ‘पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा' पर तंज कसा और कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह बताए कि 90 के दशक के बाद प्रदेश में क्यों बेरोजगारी एवं पलायन बढ़ा।

"मुख्यमंत्री नीतीश ने बदले हालात"

पांडेय ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2005 के बाद राज्य में बेरोजगारी व पलायन पर जबरदस्त लगाम लगी है। कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि वर्ष 1990 से 2005 तक बिहार के पतन का दौर था। यह वो दौर था, जब बिहार में राजनीतिक पतन, जातिवाद, हिंसा, नरसंहार चरम पर था। 90 के दशक के नरसंहारों को बिहार के युवाओं ने देखा है। उस वक्त दिन के उजाले में गांवों के घर बंद होते थे। वहीं औरतों की पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं था। हालत इतनी बुरी हो चुकी थी कि लोग अपना घर छोड़कर पलायन कर रहे थे। भाजपा नेता ने कहा कि उदारीकरण के बाद देश के कई राज्यों ने अपनी तकदीर बदली, लेकिन बिहार न बदल सका। अब धीरे-धीरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हालात बदले हैं। 

"पदयात्रा जनता के लिए एक मजाक से कम नहीं"

मंगल पांडेय ने कहा कि सत्ता में विजनलेस लोगों को लाने पर यही हाल होगा। 1990 में लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री बने। उसके बाद बिहार में लगातार बाहुबलियों का उभार हुआ। 1990 के बाद बिहार में एक के बाद एक कई घोटालों में राजद नेतृत्व उलझता चला गया। खुद तत्तकालीन मुख्यमंत्री लालू यादव भी चारा घोटाले के अलग-अलग मामलों में जेल गए। उन्हें दोषी भी ठहराया गया। आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी उन पर आरोप तय हुए। 2005 में जब लालू रेल मंत्री थे, तब भी उन पर रेलवे टेंडर में घोटाले के आरोप लगे। हाल ही में सीबीआई ने उन पर रेलवे भर्ती में घोटाले में भी केस दर्ज किया है। कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय जनता दल्ल (राजद) का खुलकर समर्थन किया और आज भी कर रही है। ऐसे में कांग्रेस की तरफ से बेरोजगारी एवं पलायन पर निकाली गई पदयात्रा जनता के लिए एक मजाक से कम नहीं है।       


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Ramanjot

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