Biharsharif Assembly Seat: बिहारशरीफ विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/17/2020 11:34:19 AM

 

नालंदाः बिहार का बिहारशरीफ विधानसभा सीट (Biharsharif Assembly Seat) नालंदा लोकसभा के तहत आता है। 1951 में ही बिहारशरीफ विधानसभा सीट (Biharsharif Vidhan Sabha Seat) अस्तित्व में आया था। 1951 में बिहारशरीफ सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) के कैंडिडेट मोहम्मद अकील सैयद ने जीत हासिल की थी।

वहीं 1957 और 1962 में बिहारशरीफ में कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट गिरबरधारी सिंह ने विरोधियों को हराने में कामयाबी हासिल की थी। 1967 और 1969 में सीपीआई (CPI) की टिकट पर विजय कुमार यादव ने बिहारशरीफ के चुनाव में जीत हासिल की थी। वहीं 1972 के चुनाव में बिहारशरीफ सीट पर बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट के तौर पर वीरेंद्र प्रसाद ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1977 के चुनाव में सीपीआई (CPI) के टिकट पर देवनाथ शर्मा ने बिहारशरीफ में जीत हासिल किया था। 1980 में कांग्रेस (Congress) की टिकट पर देवनाथ प्रसाद ने बिहार शरीफ की जनता का भरोसा हासिल करने में कामयाबी हासिल की थी।

वहीं 1985 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेस (Congress) कैंडिडेट शकीउलजमां ने बिहारशरीफ की जनता का भरोसा हासिल किया था, तो 1990 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां से बीजेपी (BJP) कैंडिडेट देवनाथ प्रसाद ने जीत हासिल की थी, लेकिन 1995 में यहां से एक बार फिर देवनाथ प्रसाद ने ही जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उन्होंने जनता दल के टिकट पर चुनाव में जीत का परचम लहराया था। 2000 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर सैयद नौशाद्दीन नबी ने जीत हासिल की थी। 2005 और 2010 के चुनाव में बिहारशरीफ से डॉक्टर सुनील कुमार ने जेडीयू (JDU) की टिकट पर जनता का समर्थन हासिल किया था। 2015 के चुनाव में भी यहां से डॉक्टर सुनील कुमार ने ही जीत हासिल की थी लेकिन इस बार ये सफलता उन्होंने बतौर बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट चुनावी अखाड़े में विरोधियों को मात दिया था।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बिहारशरीफ सीट से बीजेपी (BJP) की टिकट पर सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार ने चुनाव में 76 हजार 201 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट असगर शमीम को 73 हजार 861 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से सुनील कुमार ने असगर शमीम को 2 हजार 340 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप (JAP) की कैंडिडेट आफरीन सुल्ताना, 12 हजार 635 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बिहारशरीफ सीट से जेडीयू (JDU) की टिकट पर सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार ने चुनाव में 77 हजार 880 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट आफरीन सुल्ताना ने 54 हजार 168 वोट हासिल किया था। इस तरह से सुनील कुमार ने आफरीन सुल्ताना को 23 हजार 712 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट संजय कुमार पटेल, 3 हजार 810 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में बिहारशरीफ सीट से जेडीयू (JDU) की टिकट पर सुनील कुमार ने जीत हासिल की थी। सुनील कुमार ने चुनाव में 62 हजार 634 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट सैयद नौशादनु नवी को 39 हजार 227 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से सुनील कुमार ने सैयद नौशादनु नवी को 23 हजार 407 वोट से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट गुलाम रवानी, 2 हजार 727 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच कड़ा मुकाबला होगा। साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे। ऐसे में जीत उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।

Nitika