कोरोना काल में बेहतर काम के लिए 'डिजिटल इंडिया अवार्ड' से सम्मानित होगा बिहार

12/28/2020 11:57:05 AM

पटनाः कोरोना काल में बिहार के लोगों को ससमय राहत पहुंचाने के लिए राज्य को इस वर्ष के डिजिटल इंडिया पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग और राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) को कोरोना काल में उनके द्वारा किए गए बेहतरीन कार्यों के लिए महामारी श्रेणी में विजेता चुना गया है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रद्द बाधान सचिव प्रत्यय अमृत, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू. और एनआईसी के शैलेश कुमार श्रीवास्तव और नीरज कुमार तिवारी को डिजिटल इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय संचार और सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में विजेताओं को सम्मानित करेंगे। मार्च में कोरोना महामारी को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। इस दौरान बिहार के लोग काफी संख्या में बाहर के राज्यों में फंसे हुए थे। ऐसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल पहल करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में बाहर फंसे लोगों से बात कर उनका फीडबैक लिया गया तथा ससमय राहत पहुंचाने के लिए अभिनव पहल की गई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर लॉकडाउन के दौरान बाहर फंसे राज्य के लोगों को ससमय राहत पहुंचाई गई।

बिहार से बाहर फंसे श्रमिकों को बिहार कोरोना सहायता मोबाइल ऐप के माध्यम से 21 लाख से अधिक लोगों को वित्तीय सहायता पहुंचाई गई। इसके अलावा 1.64 करोड़ राशन कार्ड रखने वाले परिवारों को तीन महीने का अग्रिम राशन प्रदान किया गया और 1000 रुपए की वित्तीय सहायता भी दी गई। विभिन्न माध्यमों से राज्य में लौटने वाले 15 लाख से अधिक श्रमिकों को 10,000 से अधिक केंद्रों पर क्वारंटाइन किया गया। क्वारंटाइन अवधि में उनके भोजन, आवासन एवं चिकित्सीय जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने पर श्रमिकों को जिन्हें राज्य में ही रोजगार करने की इच्छा थी, उनकी स्किल मैपिंग की गई एवं उन्हें उनके किराए की प्रतिपूर्ति की गई। बाहर से लौटे श्रमिकों के लिए अलग-अलग विभागों के जरिए रोजगार की व्यवस्था की गई।

Ramanjot