Amour Assembly Seat: अमौर विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

11/6/2020 12:12:36 PM

किशनगंजः अमौर विधानसभा सीट (Amour Assembly Seat) बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। अमौर विधानसभा सीट, किशनगंज लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 से ही अमौर सीट अस्तित्व में आ गया था।

1951 में इस सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेसी कैंडिडेट मोहम्मद ताहिर ने जीत हासिल कर लिया था। वहीं 1957 में हुए चुनाव में अमौर सीट पर निर्दलीय कैंडिडेट मोहम्मद इस्माइल ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था तो 1962 के चुनाव में कांग्रेस (Congress) पार्टी के टिकट पर कांग्रेसी कैंडिडेट मोहम्मद अलीजान ने अमौर में विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। वहीं 1967 और 1969 के चुनाव में यहां से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर हसीबुर रहमान ने जनता का भरोसा जीत लिया था।

1972 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर हसीबुर रहमान ने एक बार फिर अमौर में चुनाव जीत लिया था तो 1977 में अमौर सीट पर जनता पार्टी के टिकट पर चंद्रशेखर झा ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। वहीं 1980 में कांग्रेसी कैंडिडेट मोईजुद्दीन मिंशी ने अमौर सीट पर विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 1985 में अमौर सीट पर ए जलील ने बतौर निर्दलीय कैंडिडेट विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में जीत हासिल कर लिया था। वहीं 1990 में कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर ए जलील ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था।

वहीं 1995 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट मुजफ्फर हुसैन ने विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 2000 और 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट अब्दुल जलील मस्तान ने अमौर सीट पर लगातार दो बार जीत का परचम लहराया था। 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में अमौर सीट पर बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट के तौर पर सबा जफर ने जीत हासिल कर सबको चौंका दिया था। वहीं 2015 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस (Congress) पार्टी के टिकट पर अब्दुल जलील मस्तान ने जीत हासिल कर लिया था।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में अमौर सीट से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट अब्दुल जलील मस्तान ने जीत हासिल कर लिया था। अब्दुल जलील मस्तान ने चुनाव में एक लाख एक सौ 35 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) की कैंडिडेट सबा जफर को 48 हजार 138 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से अब्दुल जलील मस्तान ने सबा जफर को 51 हजार 997 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं एसएचएस (SHS) की कैंडिडेट अनिमा दास, 4 हजार 393 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
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विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में अमौर सीट से बीजेपी (BJP) की टिकट पर सबा जफर ने चुनाव में जीत हासिल की थी। सबा जफर ने चुनाव में 57 हजार 774 वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट अब्दुल जलील मस्तान ने 38 हजार 946 वोट हासिल किया था। इस तरह से सबा जफर ने अब्दुल जलील मस्तान को 18 हजार 828 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट बाबर आजम ने 16 हजार 323 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
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विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में अमौर सीट से कांग्रेस (Congress) की टिकट पर अब्दुल जलील मस्तान ने चुनाव में जीत हासिल की थी। अब्दुल जलील मस्तान ने चुनाव में 42 हजार 41 वोट हासिल किया था। वहीं एसपी (SP) की कैंडिडेट सबा जफर को 27 हजार 423 वोट मिला था। इस तरह से अब्दुल जलील मस्तान ने सबा जफर को 14 हजार 618 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं बीजेपी (BJP) कैंडिडेट आफाक आलम ने 11 हजार 720 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
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2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच मुकाबला होगा। लेकिन जीत तो उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।


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Ramanjot

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