Alauli Assembly Seat: अलौली विधानसभा सीट के पिछले नतीजे II Bihar Election 2020

10/17/2020 6:10:20 PM

खगड़ियाः बिहार का अलौली विधानसभा सीट (Alauli Assembly Seat) खगड़िया लोकसभा के तहत आता है। अलौली सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। 1962 में अलौली सीट पर हुए विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट मिश्री सदा ने जीत हासिल किया था।

1962 में इस सीट से कांग्रेस (Congress) की टिकट पर मिश्री सदा ने एक बार फिर विरोधियों को मात दी थी। 1969 में अलौली सीट से संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट रामविलास पासवान ने जीत हासिल कर लिया था। 1972 में अलौली विधानसभा सीट पर कांग्रेसी कैंडिडेट मिश्री सदा ने जनता का भरोसा हासिल किया था। 1977 में अलौली सीट से जनता पार्टी के कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस ने जीत का परचम लहरा दिया था। 1980 में कांग्रेसी (Congress) कैंडिडेट मिश्री सदा ने एक बार फिर खगड़िया में विरोधियों को मात दे दिया था। 1985 में यहां से लोक क्रांति दल के टिकट पर पशुपति कुमार पारस ने जीत हासिल की थी। इसके बाद अलौली सीट पर पशुपति कुमार पारस ने अपना वर्चस्व बना लिया था।

1990 और 1995 में हुए विधानसभा चुनाव में अलौली सीट पर जनता दल के टिकट पर पारस ने जीत हासिल की थी। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में जनता दल (Janta Dal) यूनाइटेड के कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस ने एक बार फिर से जीत हासिल किया था। 2005 में हुए विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में लोक जनशक्ति पार्टी के कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस ने फिर से जीत हासिल किया था। 2010 में जेडीयू (JDU) के कैंडिडेट राम चंद्र सदा ने अलौली में विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 2015 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कैंडिडेट चंदन कुमार ने अलौली सीट पर जीत हासिल कर लिया था।

विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में अलौली सीट से आरजेडी (RJD) की टिकट पर चंदन कुमार ने जीत हासिल की थी। चंदन कुमार ने चुनाव में 70 हजार 519 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी (LJP) के कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस को 46 हजार 49 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से चंदन कुमार ने पशुपति कुमार पारस को 24 हजार 470 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई (CPI) के कैंडिडेट मनोज सदा, 7 हजार 87 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में अलौली सीट पर जेडीयू (JDU) कैंडिडेट रामचंद्र सदा ने जीत हासिल की थी। रामचंद्र सदा ने 53 हजार 775 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी (LJP) कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस ने 36 हजार 252 वोट हासिल किया था। इस तरह से रामचंद्र सदा ने पशुपति कुमार पारस को 17 हजार 523 वोट से हरा दिया था। वहीं एसएचएस के कैंडिडेट हंस कुमार, 4 हजार 17 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में अलौली सीट से एलजेपी (LJP) कैंडिडेट पशुपति कुमार पारस ने जीत हासिल की थी। पशुपति कुमार पारस ने 40 हजार 870 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट रामवृक्ष सदा को 32 हजार 293 वोट मिला था। इस तरह से पशुपति कुमार पारस ने रामवृक्ष सदा को 8 हजार 577 वोट से हरा दिया था। वहीं जेडीयू (JDU) कैंडिडेट राज कुमारी, 14 हजार 260 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहीं थी।

2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में यहां महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला होगा।साथ ही कई दलों के गठबंधन भी अपनी ताकत दिखाएंगे। ऐसे में जीत उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।

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