दूल्हे ने दहेज में मिले लाखों रुपये लौटाए, बोला- दुल्हन ही दहेज है, इलाके में हो रही खूब प्रशंसा

6/1/2023 3:03:25 PM

Dhanbad: समाज बहुत पहले से ही दहेज लालची है। बहुत सारी बहुएं आज भी ऐसी हैं जिन्हें दहेज की वजह से अपने ससुराल में बलि पर चढ़ा दिया जाता है। ऐसे में दहेज प्रथा के पीछे छिड़ी जंग में झारखंड के धनबाद (Dhanbad) के एक युवक ने बिना दहेज के शादी करके एक बेहद शानदार मिसाल पेश की है।

"दहेज प्रथा को समाप्त किया जाए, तभी समाज का होगा भला"
दरअसल, आकाश को दहेज में लाखों रुपये मिले थे, जिसे उसने लौटा दिया है। इतना ही नहीं उसने एक रुपया व नारियल का शगुन लेकर दुल्हन को ही दहेज बताया है। इस सब में आकाश को उसके पिता का भरपूर सहयोग मिला है, जिन्होंने दहेज में मिले लाखों रुपये न केवल लौटा दिए, बल्कि वधू को ही सबसे बड़ा दहेज बताया। आकाश के पिता राजू का कहना है कि अब समय की मांग है कि इस प्रथा को समाप्त किया जाए। तभी समाज का भला होगा। इसी सोच के साथ मैंने अपने बेटे का आदर्श विवाह कराया है। राजू ने कहा कि दहेज के कारण बहुत से घर बर्बाद हो रहे हैं और बेटियों को मारा जा रहा है। पिता अपनी हैसियत से ज्यादा बेटी को दहेज देकर कर्जदार हो रहा है। कई बार तो पिता को बेटी की शादी के लिए जमीन तक बेचनी पड़ती है तो ऐसे में एक परिवार को खुश करने के लिए दूसरे परिवार को दुखी होना पड़ता है। इसी सोच को बदलने के लिए उन्होंने अपने आप से इसकी शुरुआत की है।

इस आदर्श विवाह की पूरे इलाके में हो रही चर्चा 
दूसरी ओर आकाश ने कहा कि समाज सेवा करना ही उसके पिता व अन्य स्वजन का उद्देश्य है। उन्होंने शगुन के रूप में एक रुपया और नारियल लेकर दुल्हन को अपनाया है। इसके लिए वह अपने पिता का ताउम्र शुक्रगुजार रहेंगे। आकाश ने कहा, दहेज में दुल्हन से ज्यादा अहम और कुछ नहीं। वहीं, इस आदर्श विवाह की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है। लोग आकाश और उसके पिता की खूब प्रशंसा कर रहे हैं।

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Khushi