रामगढ़ः छावनी परिषद द्वारा देश का तीसरा पदयात्रा दिवस सम्पन्न, दर्जनों स्कूली बच्चों ने लिया हिस्सा

3/4/2022 2:57:38 PM

रामगढ़ः झारखंड के रामगढ़ में छावनी परिषद की ओर से पहली बार पदयात्रा दिवस मनाया गया। पदयात्री दिवस मनाने वाले पुणे और नागपुर के बाद देश का तीसरा और उत्तर भारत का पहला शहर रामगढ़ बना। यह पदयात्रा रामगढ़ के सुभाष चौक स्थित विघ्नहर्णेश्वरी मंदिर से शुरू होकर लोहार टोला स्थित एनएच 23 के पास करीब सात किलोमीटर के बाद समाप्त हुआ।

कार्यक्रम समनेट इंडिया और रामगढ़ पेडेस्ट्रियन फोरम के द्वारा संपन्न हुआ जिसका उद्देश्य सड़क पर सुरक्षा के मुद्दों को लेकर आम जनों को जागरूक करने के साथ सड़क पर पद यात्रियों की सुविधा के अलावे पैदल चलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना था। इस कार्यक्रम में करीब एक दर्जन स्कूल के सैकड़ों स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति विभिन्न नाटक एवं संगीत के साथ अपने हाथों में लिखे स्लोगन के माध्यम से भी लोगों को जागरुक किया गया। इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।


इससे संबंधित अगर हम आंकड़े की बात करें तो राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन ( एनएसओ ) के अनुसार 60% बच्चे पैदल ही स्कूल जाते हैं जो सड़क दुर्घटना के शिकार भी होते हैं। देश में बढ़ती आबादी के कारण पैदल चलने वाली सड़कें पहले से अब ज्यादा असुरक्षित होती जा रही है। इस विषय पर बात करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामगढ़ कैंट बोर्ड के सीईओ ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य पदयात्रा से होने वाले लाभ सहित प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक करना है।

इस मुद्दे पर रामगढ़ पेडेस्ट्रियन फोरम के प्रमुख ने बताया कि आज रामगढ़ में पदयात्रा दिवस मनाया गया यह पूरे देश का तीसरा एवं उत्तर भारत का पहला शहर है जहां पदयात्रा दिवस संपन्न हुआ, इसका महत्व पदयात्रा के द्वारा जलवायु परिवर्तन के प्रति आमजन को जागरूक करना है, इससे शहर में ट्रैफिक कंट्रोल होगा साथ ही पैदल चलने वाले लोगों की मौत का आंकड़ा कम होगा। कार्यक्रम में शामिल रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यह गर्व की बात है कि रामगढ़ में पर्यावरण जागरुकता को लेकर इस तरह का पदयात्रा निकाला गया

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Diksha kanojia