कृषि मंत्री बोले- झारखंड में अगले चार वर्ष में 24 लाख लोगों को कृषि कार्य से जोड़ने का लक्ष्य

3/17/2021 12:42:25 PM

रांची: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि सरकार ने अगले चार वर्ष में 24 लाख लोगों को कृषि कार्य से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। बादल ने मंगलवार को यहां पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित रिफ्रेशर कोर्स कम ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन करने के बाद कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि इन 24 लाख लोगों को खेतीबाड़ी से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को सुद्दढ़ किया जाए और इस लक्ष्य को पूरा करने में पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। लोगों को खेती के साथ-साथ पशुपालन के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए। इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पशुधन योजना इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगी।       

मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि लोगों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिले। इसके लिए सभी को काफी मेहनत करनी है और हम लोगों की आर्थिक सुद्दढ़ता सुनिश्चित करते हुए एक विजन के साथ काम करें। हम अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह रहे हैं और पूरी ईमानदारी के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होने से निश्चित ही इसका लाभ होगा। पशु चिकित्सकों के सहयोग से पशुपालन करने वाले किसानों को अपने पशुओं की देखभाल करने में मदद मिलेगी। साथ ही पशुओं में कई तरह की होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी भी प्राप्त होगी।       

बादल ने कहा कि कई ऐसी बीमारियां हैं जो पशुओं से मानव में आती हैं और इससे हमारा स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होने से पशु चिकित्सकों के सहयोग से किसानों को अपने पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव की जानकारी मिलेगी और पशुओं से मानव में होने वाली बीमारियों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सकों के हितों की ओर सरकार का ध्यान है। यदि किसी तरह की समस्या है तो बताएं निश्चित ही उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा।       

 मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य में आधुनिक पशु-चिकित्सालय हो और उनकी गिनती देश के बेहतर पशु-चिकित्सालयों में हो, इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। साथ ही साथ हमें वेटरनरी कॉलेज की स्थिति को भी सुधारना है, उसे सुद्दढ़ करना है, उसे पहले की तरह ही बेहतर स्थिति में लाना है। उन्होंने कहा कि वे पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा प्रखंड स्तर से लेकर प्रमंडल स्तर तक करेंगे। जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और योजनाओं को धरातल पर उतारने में सहयोग करेंगे।

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Umakant yadav